वो एक Fighter थी...!!!

Started by Vaishnavi Dilip Dhumane, January 24, 2019, 01:25:24 PM

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Vaishnavi Dilip Dhumane

वो एक Fighter थी...!!!

बोहोत दिनो बाद उसने white light , खुला आसमान और ठंडी हवा मेहेसुस कि थी...
आज ही तो वो red light area से बाहर आयी थी...
आँखों मे एक डर था,
और हर इन्सान के लिये शक भी...
बेचैन थी वो, शायद कुछ केहेना चाहती थी...
या फिर शायद बस शांत रेहेना चाहती थी...
थरथराते होठ थे , और पैर भी...
हाथों मै बस दुपट्टा पकडे शायद वो अपना तन ढकने की कोशिश मे थी...
जो उमर उसकी सिखने कि थी, ना जाने क्यू पर ये जालिम दुनिया उसे क्या सिखा गयी थी...
जिन्हें उसने अपना माना था उन्होने ही उसे ये कुएमे ढकेला था...
और जिनसें ना कोई रिश्ता था उन्होने बाहर आनेका रास्ता दिखाया था...
हा...!! उस दुनिया मे भी उसको कोई फरिश्ता मिला था....
पर इन सब मे उसकी गलती ही क्या थी...???
यही...कि वो एक लडकी थी...
यही...कि वो बडी हो रही थी...
क्या लडकी बनके इस दुनिया मे आनेकी सजा ये थी???
क्या उन राक्षसो को उस फुल जैसी लडकी को मरोडते वक्त कुछ नही लगा होगा..???
क्या उन्हे उसमे अपनी लडकी का चेहेरा नही दिखा होगा...???
या फिर ये दुनिया इतनी बेरेहम हो चूकी है, कि सब देख के उन्होने अनदेखा किया होगा...???
लडकी एक माँ, एक wife , एक बेहेन , एक प्यारीसी दोस्त होती है...
वो एक entrepreneur होती है , एक sports person होती है...
एक teacher , singer ,dancer , writer , scientist , farmer , politician और ना जाने क्या क्या होती है...
पर वो किसीकी अनाब - शनाब इच्छाये पूरी करने का साधन नही होती है....
कुछ दिन बीत गये थे...
अब जाके उसकी सुंदर सी हसी चेहेरे पर आयी थी....
अब जाके वो वापस school bag लगाके school जाने लगी थी....
अब जाके वो अपने दोस्तो से कुछ घुल - मिल रही थी....
अब जाके उसने आसमान के वो पंछी जी भरके देखे थे....
अब जाके उसमे कुछ नयी उम्मीद कि किरन जग रही थी...
और अब जाके उसे समझा था , कि वो एक शक्ती है....
जो बुरों के साथ बुरा और अच्छो के साथ अच्छा करने कि हिम्मत रखती है...
अब जाके उसे समझा था...कि वो एक fighter थी....!!!!

- वैष्णवी ढुमणे