कैसे कहे .....??

Started by Ashok_rokade24, March 13, 2019, 08:48:54 PM

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Ashok_rokade24

कैसे कहे आपसे , जिंदगी थम सी गई है  ,
यादों का दौर है , और खुशियाॅ ऊदास है ॥

माना के दुरियाॅ थी,मगर मंजील तो पायी थी ,
अब नजदिकीयाॅ है , मंजील का पता नही है ॥

नशा गमका ऐसा छाया , की जाम भुल गये ,
किसी से कोई गिला नही , सपनोंमे खोये है ॥

सहना भी सिखाया जिंदगीने , लढणा भी ,
हमे कोई फिक्र नही ,गमो मे भी हसते है ॥

किसी के लिये क्या रोना ,  क्या याद करना,
ऊम्र का तकाजा है ,गिला सिकवा भुल गये है ॥

पिछे छुटी खुसियाॅ सारी , आगे निकल आये ,
जल चुकी तमन्नाएॅ , अंगारे भी फुलों जैसे है ॥

लब्ज सारे भुल गये , कलम से क्या नाराजगी ,
जो जबभी याद आया ,बस लिखते बैठे है ॥

                                   अशोक मु. रोकडे.
                                    मुंबई.