समझौता. ..??

Started by Ashok_rokade24, February 27, 2020, 07:03:59 AM

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Ashok_rokade24

कोई गिला जिंदगीसे नही ,
हमने कुछ माँगाही नही ,
जो भी मिला अपना लियाँ ,
कभी शिकवा कियाँ ही नही ॥

पढ लिखकर पंडित न बने ,
रोजीरोटी तो जुटाते रहे ,
सोने का निवाला ना सही ,
खाली पेट कभी सोये नही ॥

जो भी मिला अपना लियाँ ,
कभी शिकवा कियाँ ही नही ॥

लाख जतन करते रहे
सहारा अपनोको देते रहे ,
वक्त कबका बदल गया ,
किसे कोई जरूरत नही ॥

जो भी मिला अपना लियाँ ,
कभी शिकवा कियाँ ही नही ॥

अपनोको खोजते रहे ,
खुदही राह भटक गये ,
आवाजे तो लाख लगायी ,
मुडके किसीने देखा नही ॥

जो भी मिला अपना लियाँ ,
कभी शिकवा कियाँ ही नही ॥

लडाई जिंदगी की लडते रहे ,
उम्र बिती अब निक्कमे हुये ,
नजरे लगाये कबसे बैठे है ,
अपना अबतक मिला नही ॥

जो भी मिला अपना लियाँ ,
कभी शिकवा कियाँ ही नही ॥

                         अशोक मु. रोकडे.
                                मुंबई.