आज कि नारी

Started by Minakshi Pawar, March 08, 2020, 08:24:22 AM

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Minakshi Pawar


मैं हूँ आज की नारी
जो पड़ती हैं सब पे भारी
मैं उड़ती हुन आसमानों में
मैं तैरती हुन समुंदररो में
चाहें मुझे गिरना पड़े , चाहे मुझे लड़ना पड़े
हर अंगारो पे रहती हुन डट के खड़े ,
मैं हुन निर्भया !!!
जिसे हैवानोने नोच के हैं खाया
मैं हुन मेघना !!!
जिसे एसिड डालके चाहा जलना
फिर भी डटकर किया सामना
छपाक से मुझे जग ने हैं पहचाना
ए मानव बस कर ये अत्याच्यार
क्यों की अब मैंने भी उठाया हैं हत्यार
मुझे चाहे जितना सता लेकिन मुझे एक बात बता
जिस कोक से तुझे जनम है लिया
उसीको मारके क्या हैं तूने पाया ???
जवाब न देणा फितरत हैं तेरी
मैं हुन भारत की नारी
जिसके आगे ज़ुकती हैं दुनिया ये सारी..
जागतिक महिला दिवस कि हार्दिक शुभकामना !!

कु. अंजली मोहनराव पवार
pawaranjali416@gmail.com