वारसा

Started by शिवाजी सांगळे, May 08, 2020, 11:44:39 AM

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शिवाजी सांगळे

वारसा

भोग ना चुकले | कुणा ते कर्माचे |
फळ सुकृताचे | जीवा लाभे ||

राहे जो जगती | सत्कर्म करोनी |
आनंदी होऊनी | भोगे सुख ||

कर्म श्रेष्ठ जाण | ठेवोनीया भान |
तया सर्व मान | जगी येथे ||

अखंड सुखाचे | मार्ग ठायीठायी |
स्वच्छ नेत्री पाही | तोची जाणे ||

ऐसा हा वारसा | संतांनी मांडला |
भरूनी व्यापला | म्हणे शिवा ||

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