इबादत रोज होनी चाहिए.......

Started by SHASHIKANT SHANDILE, August 27, 2020, 03:02:14 PM

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SHASHIKANT SHANDILE

दिल से हो तो इबादत रोज होनी चाहिए
वतन पूजने की आदत रोज होनी चाहिए

जश्न मनाने का त्योहार यक़ीनन है आज
यूँ इतराने की जुरूरत रोज होनी चाहिए

दुश्मन ज़ख्म दे क्या तब ही हम गुर्रायेंगे
जरूरी है कि शहादत रोज होनी चाहिए

एक दिन की चाहत तो दगाबाज करते है
मौकों पर नही मुहब्बत रोज होनी चाहिए

शशि फिजा रंगीन हो गई है तीन रंगों से
फिजाओं में ये रंगत रोज होनी चाहिए
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शशिकांत शांडिले (एकांत), नागपुर
भ्र.९९७५९९५४५०
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