प्यार की भाषा (प्रेम-भाषा) कविता - "प्यार किया नही जाता, प्यार हो जाता है."

Started by Atul Kaviraje, July 24, 2021, 01:50:19 AM

Previous topic - Next topic

Atul Kaviraje

मित्रो,

     प्यार, मोहब्बत कि भाषा को आपने कभी सुना है ? इस प्यार को आपने कभी समझा है ? प्यार का मतलब समझने के लिये आपको उससे दूर जुदाई के रास्ते पर चलना  होगा, वरना आपको प्यार का पता   नाही चल पायेगा. यह राह कंटक से भरी, बडी ही मुश्किल होती है, उसे पाना  इतना सहज नही, आसान     नही है. इस प्यार को पाने के लिये बहुत कुछ देना पडता है, उसके बदले में गमो को लेना पडता है.

     प्रस्तुत कविता का अंत मैने, प्यार के कितने  रूप होते है, यह बखुबी से समझाकर किया है, तो सुनीये मित्रो, ये प्यार क्या होता है, प्यार की भाषा कौनसी  है , मेरी प्रस्तुत रचना में. कविता कि शीर्षक है-"प्यार किया नही जाता, प्यार हो जाता है."


                      प्यार की भाषा (प्रेम-भाषा) कविता

                   "प्यार किया नही जाता, प्यार हो जाता है."
                  --------------------------------------


तेरी जुदाई मे दिल तडपता है
तेरी यादो मे दिल धडकता है
इंतजार का एक और ही मजा है,
वरना कैसे पता चलता के प्यार क्या होता है ?

बहुत खूबसूरत लब्ज है ये
जीवन का  वास्तविक सत्य है ये
प्यार को पाना इतना सहज नही,
प्यार मिलना इतना आसान नही.

काफी कुछ खोना पडता है
बहोत कुछ देना पडता है
प्यार को पाने की ये डगर,
कांटो  से होकर ही गुजरती है.

ये तडप ही तो प्यार है
ये चाहत ही तो प्यार है
ये इंतजार ही तो प्यार है,
ये धडकन ही तो प्यार है.


-----श्री अतुल एस परब(अतुल कवीराजे)
-----दिनांक-24.07.2021-शनिवार.