सूर्यदेव आरती - "जयदेव जयदेव जय भास्कर सूर्या"

Started by Atul Kaviraje, August 01, 2021, 11:13:17 AM

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Atul Kaviraje

                            II ओम सूर्याय नमः II

मित्र/मैत्रिणींनो,

     आज रविवार, म्हणजे त्या तळपत्या, उजळत्या, सर्व चरा-चरांस प्रकाश, उजेड, जीवन देणाऱ्या भास्कराचा, प्रभाकराचा दिन, त्या दिनकरास मी माझी पुढील भक्ती-आरती अर्पण करीत आहे. माझ्या आरतीचे शीर्षक आहे- "जयदेव जयदेव जय भास्कर सूर्या"


                               सूर्यदेव आरती 
                   "जयदेव जयदेव जय भास्कर सूर्या"
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जयदेव जयदेव जय भास्कर सूर्या I
विधिहरि शंकररूपा जय सुरवरवर्या ||धृ ||

जय जय जगतमहरणा  दिनकर सुखकिरणा |
उड्याचल भासक दिनमणी शुभस्मरणा |

पद्मासन सूर्यमूर्ती सुहास्य वरवंदना |
पद्माकर वरदप्रभ भास्तव सुखसदना ||१||

कनका कृतिरथ एक चक्राकित तरणी |
सप्तानना श्र्वभूषित रथीं त्या बैसोनि |

योजनासहस्त्र  द्वे द्वे शतयोजन दोनीं |
निमिषार्धे जग क्रमीसी अद्भुत तव करणी ||२||

जगदुद्व स्थिती प्रलयकरणाद्यरूपा |
ब्रम्ह परात्पर पूर्ण तूं  अद्वं तद्रूपा |

ततवंपदव्यतिरिक्ता अखंडसुखरूपा |
अनन्य तव पद मौनी वंदित चिद्रूपा || ३ ||

जयदेव जयदेव जय भास्कर सूर्या I
विधिहरि शंकररूपा जय सुरवरवर्या ||धृ ||


            (साभार आणि सौजन्य -माझीमराठी .कॉम)
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-----संकलन
-----श्री अतुल एस परब(अतुल कवीराजे)
-----दिनांक-01.08.2021-रविवार.