II श्री गुरु देव दत्त II - "कृष्णाकाठी दत्तगुरुंचा नित्य असे संचार"

Started by Atul Kaviraje, August 05, 2021, 10:42:35 PM

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Atul Kaviraje

                             II श्री गुरु देव दत्त II
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मित्र/मैत्रिणींनो,
 
     आज गुरुवार. माझ्या श्री दत्त गुरूंचा वार. आज ऐकुया एक भक्ती गीत. या गीताचे गीतकार आहेत डॉक्टर व्ही टी पंचभाई, आणि या गीताचे गायक आणि संगीतकार आहेत श्री आर एन  पराडकर , या भक्ती-गीताचे बोल आहेत -  "कृष्णाकाठी दत्तगुरुंचा नित्य असे संचार"


                            श्री दत्त भक्ती-गीत

                "कृष्णाकाठी दत्तगुरुंचा नित्य असे संचार"
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कृष्णाकाठी दत्तगुरुंचा नित्य असे संचार
सुकृत आले फळास माझे, घडला साक्षात्कार,
कृष्णाकाठी दत्तगुरुंचा घडला साक्षात्कार.

योगीराज श्री समर्थस्वामी, अवचित आले माझ्या सदनी
पदस्पर्शाने झाले पावन, मम जीवन संसार,
कृष्णाकाठी दत्तगुरुंचा घडला साक्षात्कार.

वैराग्याची सोज्वळ मूर्ती, अपार करुणा हृदयी प्रीती
प्रणव सुरांतून जगा दाविती, विश्वरूपाचे सार,
कृष्णाकाठी दत्तगुरुंचा घडला साक्षात्कार.

अंतर साक्षित्वाचा प्रत्यय सदा देती, मज अखंड अक्षय
सार्थकतेचे अश्रू बघती, आत्मऎक्य साकार,
कृष्णाकाठी दत्तगुरुंचा घडला साक्षात्कार.


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            गीत   :        डॉक्टर व्ही टी पंचभाई
            संगीत :        आर एन पराडकर
            स्वर :          आर एन पराडकर
            गीत प्रकार :   भक्तीगीत
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           (साभार आणि सौजन्य- संदर्भ - आठवणीतली गाणी)
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-----संकलन
-----श्री अतुल एस परब(अतुल कवीराजे)
-----दिनांक-05.08.2021-गुरुवार.