सावन कविता - " बारिश जब आती है "

Started by Atul Kaviraje, September 02, 2021, 12:55:25 AM

Previous topic - Next topic

Atul Kaviraje

मित्रो,

     हिंदी कविता के कवी श्री -अनामिक, की कविता आपको सुनाता  हू. यह कविता सावन (वर्षा ऋतू ) पर आधारित है. हिंदी कविता का मेरा यह (पुष्प-23) आपको सप्रणाम  सादर करता हू. इस कविता के बोल है - " बारिश जब आती है "


                                 हिंदी कविता-(पुष्प-23)
                                       सावन कविता
                                 " बारिश जब आती है "
                                      कवी -अनामिक
                               -------------------------


बारिश जब आती है-----
-------------------

बारिश जब आती है
ढेरो खुशिया लाती है.

प्यासी धरती की प्यास बुझाती है
धुलो का उड़ना बंद कर जाती है
मिटटी की भीनी सुगंध फैलाती है.

बारिश जब आती है
ढेरो खुशिया लाती है.

भीषण गर्मी से बचाती है
शीतलता हमें दे जाती है
मुसलाधार प्रहारों से पतझड़ को भागाती है
बहारो का मौसम लाती है.

बारिश जब आती है
ढेरो खुशिया लाती है.

चारो ओर हरियाली फैलाती है
नदियों का पानी बढाती है
तालाबो को भर जाती है.

बारिश जब आती है
ढेरो खुशिया लाती है.

बारिश के चलते ही खेती हो पाती है
किसानो के होठो पे मुस्कान ये लाती है
रिमझिम फुहारों से सुखा मिटाती है.

बारिश जब आती है
ढेरो खुशिया लाती है.

मोरो को नचाती है
पहाड़ो में फूल खिलाती है
बीजो से नए पौधे उगाती है.

बारिश जब आती है
ढेरो खुशिया लाती है.


                    कवी -अनामिक
                  ----------------

                (साभार एवं सौजन्य-हिंदीपोएम.ऑर्ग)
              -----------------------------------


-----संकलन
-----श्री.अतुल एस.परब(अतुल कवीराजे)
-----दिनांक-02.09.2021-गुरुवार.