II शिक्षक दिन II-सन्देश एवं कविता-कविता क्रमांक-4

Started by Atul Kaviraje, September 05, 2021, 01:05:48 PM

Previous topic - Next topic

Atul Kaviraje


                                    II शिक्षक दिन II
                                          सन्देश
                                    ----------------

मित्रो,

     आज रविवार, दिनांक-०५.०९.२०२१, आज के दिन का महत्त्व यह है, कि आज, राष्ट्रीय शिक्षक दिन है. इस उपलक्ष्य में  सुनेंगे, माहितीपूर्ण लेख, इस दिन का महत्त्व, भाषण, निबंध, कोट्स , शायरी, कविता, शुभ संदेश, एवं अन्य जानकारी.

                       शिक्षक दिवस पर व्हाट्स अप सन्देश----


--चीर अंधकार से एक शिक्षक ही बाहर निकाल सकता हैं |
—————————————————————---------------------------

--एक शिक्षक आपको डराता हैं लेकिन इसमें भलाई छिपी होती हैं |
—————————————————————---------------------------

--शिक्षक का व्यक्तितव एक श्री फल के समान होता हैं |
—————————————————————---------------------------

--शिक्षक बनना सबसे बड़ा उत्तरदायित्व हैं | शिक्षा ही मनुष्य को देश भक्त या आतंकवादी बना सकती हैं |
—————————————————————---------------------------

--एक विद्यालय का नाम अच्छे छात्रों से नहीं बल्कि बेहतरीन व्यक्तित्व वाले शिक्षकों से होना चाहिये |
—————————————————————---------------------------

--शिक्षक के पास ही वो कला हैं जो मिट्टी को सोने में बदल सकती हैं |
—————————————————————---------------------------

--किताबे एवम अनमोल वचन भी जीवन में शिक्षक की भूमिका अदा करती हैं |
—————————————————————---------------------------

                   (संकलक साभार आणि सौजन्य-भरत वटाणे)

                    (संदर्भ-बीएमसी  स्कूल्स .ब्लॉगस्पॉट .कॉम)
                ------------------------------------------- 

                              शिक्षक दिन हिंदी कविता
                                     क्रमांक-4
                           "गुरु आपकी ये अमृत वाणी"
                          ---------------------------


----गुरु आपकी ये अमृत वाणी-----


गुरु आपकी ये अमृत वाणी
हमेशा मुझको याद रहे
जो अच्छा है जो बुरा है,
उसकी हम पहचान करे.

मार्ग मिले चाहे जैसा भी
उसका हम सम्मान करे
दीप जले या अँगारे हो,
पाठ तुम्हारा याद रहे.

अच्छाई और बुराई का
जब भी हम चुनाव करे
गुरु आपकी ये अमृत वाणी,
हमेशा मुझको याद रहे.


                        (साभार एवं सौजन्य - हिंदीजानकारी.इन)
                      --------------------------------------


-----संकलन
-----श्री.अतुल एस.परब(अतुल कवीराजे)
-----दिनांक-05.09.2021-रविवार.