"शिक्षक दिन"-कविता क्रमांक-6

Started by Atul Kaviraje, October 05, 2021, 01:05:30 AM

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Atul Kaviraje

                                         "शिक्षक दिन"
                                        कविता क्रमांक-6
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मित्रो,

     आज दिनांक-०५ .१०.२०२१-मंगलवार है. यह दिन "शिक्षक दिन" के नामसे भी मशहूर है. आईए पढते है शिक्षक के गुणगानपर कुछ कविताये, रचनाये---

   
सच्ची मानवता की भावना हमारे जीवन में शिक्षक ही भरते हैं |
हर परिस्थिति में खुश रहना हमें शिक्षक ही सिखाते हैं |
हर चुनौती को स्वीकारना शिक्षक हमें बताते हैं |
विद्या धन का ज्ञान देकर शिक्षक जीवन सार्थक करते हैं,
ईश्वर से बढ़कर होते शिक्षक ये कबीर बतलाते हैं |
जीवन में कुछ करना है तो शिक्षक का सम्मान करें
श्रद्धा पूर्वक शीश झुकाकर प्रतिदिन उन्हें प्रणाम करें |

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शिक्षक महान हैं, हमें देते जो ज्ञान हैं
शिक्षक का सम्मान करना, अपनी ही शान है
हम फूल है चमन के, शिक्षक बागवान हैं
शिक्षक ही से महकता ये सारा संसार है
शिक्षक की इज्जत करना, अपना गौरव है
शिक्षक की आज्ञा मानना हम सब का धर्म है
शिक्षक को सम्मान देना, यही छात्र कृति है
शिक्षक का ही दिया हुआ जीवन का दान है
जो खत्म ही न होता वह देता ज्ञान है
शिक्षक की इज्जत करना अपनी शान है
शिक्षक ही तो दुनिया को सही मार्ग दिखाता है
प्रभु ने भी किया सदा उसको प्रणाम है
शिक्षक को इज्जत देना अपनी ही शान है


                    (साभार एवं सौजन्य-संदर्भ-आर के अलर्ट.इन)
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-----संकलन
-----श्री.अतुल एस.परब(अतुल कवीराजे)
-----दिनांक-05.10.2021-मंगळवार.