"शिक्षक दिन"-कविता क्रमांक-11

Started by Atul Kaviraje, October 05, 2021, 01:15:51 AM

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Atul Kaviraje

                                           शिक्षक दिन"
                                        कविता क्रमांक-11
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मित्रो,

     आज दिनांक-०५ .१०.२०२१-मंगलवार है. यह दिन "शिक्षक दिन" के नामसे भी मशहूर है. आईए पढते है शिक्षक के गुणगानपर कुछ कविताये, रचनाये----

   
जो हमको ज्ञान बाँटता है,
पढ़ाकर हमें कुछ काबिल बनाता है !
इसलिए शिक्षक का नाम,
भगवान से पहले लिया जाता है !!

अँधेरे को मिटाता है,
छोटा सा ज्ञान का दीपक जलाता है !
हमें हमारी मंजिल दिखता है,
सच्चाई की राह बताता है !!

इसलिए ईश्वर से पहले,
गुरु का नाम आता है....
हमारी बुरी आदतों को छुड़ाता है,
दंड देकर हमें सही राह पर लाता है !
इसलिए गुरु का नाम,
ईश्वर से पहले आता है !!

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गुरु का महत्व कभी होगा न कम
कितनी भी कर ले उन्नति हम
नहीं है शब्द कैसे करूँ धन्यवाद
बस चाहिए हर पल आप सबका आशीर्वाद
आज मैं जो भी हूं उसमें आपका ही है योगदान
जिन्होंने दिया मुझे इतना ज्ञान
आपने बनाया है मुझे इस योग्य
कि प्राप्त करूं मैं अपना लक्ष्य
दिया है हर समय आपने सहारा
जब भी लगा मुझे की मैं हारा
करता हूं दिल से आप सब का सम्मान
मेरे सभी शिक्षको को कोटि-कोटि प्रणाम ||


                (साभार एवं सौजन्य-संदर्भ-आर के अलर्ट.इन)
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-----संकलन
-----श्री.अतुल एस.परब(अतुल कवीराजे)
-----दिनांक-05.10.2021-मंगळवार.