"आंतररराष्ट्रीय बालिका दिन"-बालिका दिवस पर कविता-कविता क्रमांक-4

Started by Atul Kaviraje, October 11, 2021, 01:50:06 AM

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Atul Kaviraje


                                "आंतररराष्ट्रीय बालिका दिन"
                                  बालिका दिवस पर कविता
                                       कविता क्रमांक-4
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मित्रो,

     आज दिनांक ११.१०.२०२१-सोमवार है . आज का दिन "आंतररराष्ट्रीय बालिका दिन" यह नाम से भी  जाना जाता है. आईए जानते है, इस दिन का महत्त्व, अन्य जानकारी , शुभेच्छाये, और कुछ कविताये, रचनाये.

बेटियों पर कविता---
बालिका दिवस पर कविता---

घर की जान होती हैं बेटियाँ,
पिता का गुमान होती हैं बेटियाँ,

ईश्वर का आशीर्वाद होती हैं बेटियाँ,
यूँ समझ लो कि बेमिसाल होती हैं बेटियाँ.

बेटो से ज्यादा वफादार होती हैं बेटियाँ,
माँ के कामों में मददगार होती हैं बेटियाँ,

माँ-बाप के दुःखको समझे, इतनी समझदार होती हैं बेटियाँ,
असीम प्यार पाने की हकदार होती हैं बेटियाँ.

बेटियों की आँखे कभी नम ना होने देना,
जिन्दगी में उनकी खुशियाँ कम ना होने देना,

बेटियों को हमेशा हौसला देना, गम ना होने देना,
बेटा-बेटी में फर्क होता हैं, ख़ुद को ये भ्रम ना होने देना.


                (साभार एवं सौजन्य-संदर्भ-हिंदीकविता शायरी.इन)
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-----संकलन
-----श्री.अतुल एस.परब(अतुल कवीराजे)
-----दिनांक-11.10.2021-सोमवार.