IIओम सूर्याय नमःII-सूर्य देव भजन- "भजन क्रमांक -2"

Started by Atul Kaviraje, October 17, 2021, 02:08:58 PM

Previous topic - Next topic

Atul Kaviraje

                                        IIओम सूर्याय नमःII
                                      ----------------------

मित्र/मैत्रिणींनो,

     आज रविवार. तेजोमय भास्कराचा वार. आज ऐकुया, सूर्य देव भजन.

                                         सूर्य देव भजन
                                       "भजन क्रमांक -2"
                                     -------------------

सूर्यदेव  प्रत्यक्ष  है
सूर्यदेव  साक्षात
सूर्यदेव  प्रत्यक्ष  है
सूर्यदेव  साक्षात
सूर्यदेव  माता  पिता
सूर्य  बंधू  भ्राता, हमारे
सूर्य  बंधू  भ्राता.

दिनकर  देवा  है  करे
अंधकार  का  विनाश
दिनकर  देवा  है  करे
अंधकार  का  विनाश
जीवन  मे  भरते  प्रभू
ऊर्जा  और  प्रकाश , रे  भाई
ऊर्जा  और  प्रकाश.

तन  मन  धन  अर्पण  करो
सूर्य  मंत्र  करो  जाप
तन  मन  धन  अर्पण  करो
सूर्य  मंत्र  करो  जाप
पाप  ताप  मीट  जायेंगे
कट  जाये  संताप , सभी  के
कट  जाये  संताप.

गायत्री  का  मंत्र  भी
सुरज  के  मन  भाये
गायत्री  का  मंत्र  भी
सुरज  के  मन  भाये
सांचे  मन  से  जो  जपे
मुक्ती  का  फल  पाये , ओ  भक्ता
मुक्ती  का  फल  पाये.

१०८  माला  जपे
नाम  जपे  दिन  रात
१०८  माला  जपे
नाम  जपे  दिन  रात
सूर्यदेव  भगवान  का
पाता  आशीर्वाद , वो  भक्ता
पाता  आशीर्वाद.

गुंगे  को  वाणी  मिले
अंधन  को  मिले  नैन
गुंगे  को  वाणी  मिले
अंधन  को  मिले  नैन
भव  का  ताप  सताये  ना
नाम  जपे  दिन  रैन , रवी  का
नाम  जपे  दिन  रैन.


                         (साभार एवं सौजन्य-संदर्भ-सूर्य देव जी के भजन)
                                    (संदर्भ-सोनोटेक भक्ती )
                    ------------------------------------------------


-----संकलन
-----श्री.अतुल एस.परब(अतुल कवीराजे)
-----दिनांक-17.10.2021-रविवार.