"गरीबी उन्मूलन के लिये अंतर्राष्ट्रीय दिवस"-निबंध क्रमांक-1

Started by Atul Kaviraje, October 17, 2021, 02:43:28 PM

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Atul Kaviraje

                             "गरीबी उन्मूलन के लिये अंतर्राष्ट्रीय दिवस"
                                           निबंध क्रमांक-1
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मित्रो,

     आज दिनांक १७.१०.२०२१- रविवार है . आज का दिन  "गरीबी उन्मूलन के लिये अंतर्राष्ट्रीय दिवस" यह नाम से भी  जाना जाता है. आईए जानते है, इस दिन का महत्त्व,  एवं  अन्य जानकारी, निबंध के रूप मे--

"भोजन के लिये पर्याप्त धन अर्जित करने के लिये, शिक्षा तक पहुँच के लिये, पर्याप्त रहने का स्थान पाने के लिये, जरुरी वस्त्रों के लिये तथा गरीब लोगों के लिये सामाजिक और राजनीतिक हिंसा से सुरक्षा के लिये निर्धनता एक अभिशाप के तरह है। ये एक अदृश्य समस्या है, जो एक व्यक्ति और उसके सामाजिक जीवन को बुरी तरह प्रभावित करता है।"

                       गरीबी पर निबंध---

     गरीबी किसी भी व्यक्ति या इंसान के लिये अत्यधिक निर्धन होने की स्थिति है। ये एक ऐसी स्थिति है जब एक व्यक्ति को अपने जीवन में छत, जरुरी भोजन, कपड़े, दवाईयाँ आदि जैसी जीवन को जारी रखने के लिये महत्वपूर्ण चीजों की भी कमी लगने लगती है। निर्धनता के कारण हैं अत्यधिक जनसंख्या, जानलेवा और संक्रामक बीमारियाँ, प्राकृतिक आपदा, कम कृषि पैदावर, बेरोज़गारी, जातिवाद, अशिक्षा, लैंगिक असमानता, पर्यावरणीय समस्याएँ, देश में अर्थव्यवस्था की बदलती प्रवृति, अस्पृश्यता, लोगों का अपने अधिकारों तक कम या सीमित पहुँच, राजनीतिक हिंसा, प्रायोजित अपराध, भ्रष्टाचार, प्रोत्साहन की कमी, अकर्मण्यता, प्राचीन सामाजिक मान्यताएँ आदि जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ता है।

                         प्रस्तावना---

     गरीबी संसार के सबसे विकट समस्याओं में से एक है, आज के समय में गरीबी को दूर करने के लिए विश्व भर में कई प्रयास किये जा रहे है फिर यह भयावह समस्या खत्म होने का नाम नही ले रही है। गरीबी की यह समस्या हमारे जीवन को आर्थिक तथा सामाजिक दोनो ही रुप से प्रभावित करती है।

                    गरीबी - जीवन की एक भयावह समस्या---

     गरीबी एक दास की उस स्थिति की तरह ही होती है, जो अपनी इच्छानुसार कुछ भी करने में अक्षम होता है। इसके कई चेहरे हैं जो व्यक्ति, स्थान और समय के अनुसार बदलते रहते है। इसे बहुत तरीकों से परिभाषित किया जा सकता है जोकि एक व्यक्ति अपने जीवन में जीता और महसूस करता है। निर्धनता एक परिस्थिति है जिसका कोई भी अनुभव नहीं करना चाहेगा हालांकि प्रथा, स्वाभाव, प्राकृतिक आपदा या उचित शिक्षा की कमी की वजह से इसे ढोना पड़ता है। वैसे तो मजबूरी में इंसान इसे जीता है, लेकिन आमतौर पर इससे बचना चाहता है। भोजन के लिये पर्याप्त धन अर्जित करने के लिये, शिक्षा तक पहुँच के लिये, पर्याप्त रहने का स्थान पाने के लिये, जरुरी वस्त्रों के लिये तथा गरीब लोगों के लिये सामाजिक और राजनीतिक हिंसा से सुरक्षा के लिये निर्धनता एक अभिशाप के तरह है।

                           गरीबी---

     ये एक अदृश्य समस्या है, जो एक व्यक्ति और उसके सामाजिक जीवन को बुरी तरह प्रभावित करता है। वास्तव में गरीबी एक बहुत ही भयावह समस्या है, हालांकि ऐसे बहुत सारे कारण है जो इसे बीते काफी समय से ढोने के साथ जारी रखे हुए हैं। इसकी वजह से किसी व्यक्ति में स्वतंत्रता, मानसिक और शारीरिक रुप से ठीक न रहना और सुरक्षा की कमी बनी रहती है। ये बहुत जरुरी है कि एक सामान्य जीवन जीने के लिये, उचित शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य, पूर्ण शिक्षा, हरेक के लिये घर, और दूसरी जरुरी चीजों को लाने के लिये देश और पूरे विश्व को साथ मिलकर कार्य करना होगा।

                          निष्कर्ष---

     गरीबी एक ऐसी समस्या है, जो हमारे पूरे जीवन को प्रभावित करने का कार्य करती है। गरीबी एक ऐसी बीमारी है जो इंसान को हर तरीके से परेशान करती है। इसके कारण एक व्यक्ति का अच्छा जीवन, शारिरीक स्वास्थ्य, शिक्षा स्तर आदि जैसी सारी चीजें खराब हो जाती है। यही कारण है कि आज के समय में गरीबी को एक भयावह समस्या माना जाता है।

                       (साभार एवं सौजन्य-संदर्भ-हिंदीकीदुनिया.कॉम)
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-----संकलन
-----श्री.अतुल एस.परब(अतुल कवीराजे)
-----दिनांक-17.10.2021-रविवार.