"कोजागिरी पूर्णिमा"-कविता

Started by Atul Kaviraje, October 19, 2021, 03:30:07 PM

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Atul Kaviraje

                                         "कोजागिरी पूर्णिमा"
                                                कविता
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मित्रो,

      आज दिनांक-१९.१०.२०२१-मंगलवार है. आज "कोजागिरी पूर्णिमा" है. मराठी कविताके मेरे सभी कवी-कवयित्री, भाई-बहनोको इस पावन अवसर की बहोत सारी शुभ-कामनाये. आईए जानते   है, कोजागिरी पूर्णिमा पर शेर, शायरी, कविताये, एवं शुभ-संदेश.

                        शरद पूर्णिमा पर कविता...

पूनम की चांदनी आज खिलेगी,
बरसेंगे अमृत मोती।
रोग-दोष छूमंतर होंगे,
खिलेगी जैसे ज्योति।

सोलह कला समाहित होंगे,
टिम-टिम करेंगे तारे।
जिस पर चंदा करेंगे कृपा,
जन होंगे बड़े निराले।

महक उड़ेगी नभ मंडल तक,
जब लहराएगी चोटी।
रोग-दोष छूमंतर होंगे,
खिलेगी जैसे ज्योति।

भ्रमण करेगी लक्ष्मी माताजी,
स्वागत करेगी रजनी।
धनी पापमुक्त मानव होंगे,
मिट जाएगी कजरी।

पूजा-पाठ सब भक्त करेंगे,
चलती रहेगी रोजी-रोटी।
रोग-दोष छूमंतर होंगे,
खिलेगी जैसे ज्योति।

कवी - शम्भू नाथ
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                   (साभार एवं सौजन्य-संदर्भ-हिंदी.वेबदुनिया.कॉम)
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-----संकलन
-----श्री.अतुल एस.परब(अतुल कवीराजे)
-----दिनांक-19.10.2021-मंगळवार.