II भक्ती-गीत II-"जय जय राम कृष्ण हरी"

Started by Atul Kaviraje, October 27, 2021, 05:26:13 PM

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Atul Kaviraje

                                         II भक्ती-गीत II
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मित्र/मैत्रिणींनो,

     आज बुधवार. आज ऐकुया एक ईश्वर भक्ती (चित्रपट) गीत. या गीताचे  बोल आहेत- "जय जय राम कृष्ण हरी"

                                           भक्ती-गीत
                                   "जय जय राम कृष्ण हरी"
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जय जय राम कृष्ण हरी,
जय जय राम कृष्ण हरी ।

हो तुझ्या पायी आलो कशापायी आलो,
मांडला कहुणी पसारा,
कुण्या दिशेला हा चालला प्रवास,
भेटेल का कुणा  ठाई थारा
उमगना काही देवा, मस्तक तुझ्या पायी देवा,
छाया तुझी, काया तुझी, तुझा देह सारा,
विठ्ठला पांडुरंगा, विठ्ठला पांडुरंगा,
आता तुझ्या हाती, तूच दावी वाट
जय जय राम कृष्ण हरी,
जय जय राम कृष्ण हरी ।

होऊनी बेभान सोडियेले रान
खुल्या पाखराना मोहापायी
आता लागुनिया आभाळाची आस
प्राण कासावीस त्याचा होई
लय झाला कोंडमारा, तरी तुटना पिंजरा
लय झाला कोंडमारा, तरी  तुटना पिंजरा
तुझ्या हाती खेळ सारा, तूची दे निवारा
विठ्ठला पांडुरंगा, विठ्ठला पांडुरंगा
आता तुझ्या हाती, तूच दावी वाट
विठ्ठला पांडुरंगा, विठ्ठला पांडुरंगा
आता तुझ्या हाती, तूच दावी वाट
जय जय राम कृष्ण हरी,
जय जय राम कृष्ण हरी ।

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गाण्याचे शीर्षक : जय जय राम कृष्ण हरी
गीतकार : गुरु  ठाकूर
संगीतकार : अवधूत  गुप्ते
चित्रपट : एक  तारा  (२०१५)
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             (साभार आणि सौजन्य-संदर्भ-लैरिकस पंडितस.ब्लॉगस्पॉट.कॉम)
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-----संकलन
-----श्री.अतुल एस.परब(अतुल कवीराजे)
-----दिनांक-27.10.2021-बुधवार.