"आंतरराष्ट्रीय इंटरनेट दिवस"-लेख क्रमांक-1

Started by Atul Kaviraje, October 29, 2021, 05:33:33 PM

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Atul Kaviraje

                                     "आंतरराष्ट्रीय इंटरनेट दिवस"
                                             लेख क्रमांक-1
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मित्रो,

     आज दिनांक-२९.१०.२०२१-शुक्रवार  है. आज का दिन "आंतरराष्ट्रीय इंटरनेट दिवस"यह नाम से भी  जाना जाता है. आईए जानते है, इस दिन का महत्त्व,  एवं  अन्य जानकारी--

अंतरराष्‍ट्रीय इंटरनेट दिवस के बारे में महत्‍वपूर्ण तथ्‍य---

      अंतरराष्‍ट्रीय इंटरनेट दिवस (International Internet Day) दूरसंचार और प्रौघोगि‍की के इतिहास में महत्‍वपूर्ण दिवस की याद में प्रतिवर्ष 29 अक्‍टूबर को दुनिया भर में मनाया जाता है। अंतरराष्‍ट्रीय इंटरनेट दिवस (International Internet Day को प्रतिवर्ष मनाने का काम 2005 से शुरू किया गया। इसका शुभारंभ वर्ष 1969 में पहली बार इंटरनेट के माध्‍यम से इलेक्‍ट्रोनिक संदेश भेजने के अवसर पर किया गया।

     आईये जानते हैं अंतरराष्‍ट्रीय इंटरनेट दिवस के बारे में महत्‍वपूर्ण तथ्‍य--- 

     इंटरनेट का इतिहास हिंदी में, इंटरनेट का विकास, इंटरनेट का अर्थ, इंटरनेट का परिचय, इंटरनेट का आरंभ, इंटरनेट का उपयोग, इंटरनेट की परिभाषा, इंटरनेट क्रांति, इंटरनेट का अर्थ क्या है, इंटरनेट का अर्थ हिंदी में, इंटरनेट का हिंदी अर्थ, इंटरनेट का परिचय, इंटरनेट का इतिहास, इंटरनेट का विकास, इंटरनेट की विशेषताएं.

                  इंटरनेट का अर्थ---

     अगर Internet का अर्थ हिंदी में खोजें तो शब्‍द मिलता है "अंतरजाल" एक ऐसा नेटवर्क जिससे दुनिया भर के कंप्‍यूटर आपस में तार और बिना तार के जुडें हुए हैं आप इसकी तुलना मकड़ी के जाल से भी कर सकते हैं क्‍योंकि यह बहुत जटिल नेटवर्क हैं व्‍यवहारिक भाषा में "अंतरजाल" शब्‍द का प्रयोग नहीं किया जाता है यहां तक कि बहुत से लोग इंटरनेट को केवल नेट कहकर ही सम्बोधित करते हैं इंटरनेट को WWW अर्थात् वर्ल्‍ड वाइड वेब के नाम से भी जाना जाता है। वेब का शाब्दिक अर्थ तरंगों से होता है।

                       यह भी देखें - 👇
क्‍या होता है इंटरनेट प्रोटोकॉल या आईपी एड्रेस
क्‍या होता है फाइल ट्रांसफर प्रोटोकॉल (एफटीपी)

                   इंटरनेट का आरंभ एवं संक्षिप्त इतिहास---

     1969 में अमेरिकी रक्षा विभाग ने एक ऐसी आपात स्थिति में जब सम्‍पर्क के अन्‍य सभी माध्‍यम फेल हो गये थे अपने विभिन्‍न अंगों के बीच तालमेल स्‍थापित करने के लिए इंटरनेट की स्‍थापना की। शुरूआत में जो नेटवर्क बना उसे अरपानेट (Arpanet) कहा गया।

     1972 में रे टॉमलिंसन (ray tomlinson) ने इंटरनेट (internet) का इस्‍तेमाल कर पहला ईमेल भेजा था, रे टॉमलिंसन अरे वही ई-मेल और एट चिह्न (@) यानि ऍट द रेट के अविष्‍कारक और वही ईमेल कारण हुआ इतने विशाल इंटरनेट (internet) नेटवर्क का।

     1979 में ब्रिटिश डाकघर ने पहला अंतरराष्ट्रीय कंप्यूटर नेटवर्क बना कर नर्इ प्रौद्योगिकी का उपयोग करना आरम्भ किया।

     1983 में अरपानेट (Arpanet) को दो नेटवर्कों में बँट गया, जो आपस में जुड़ हुए थे - अर्पानेट और मिलनेट (MILNET)। यहीं से इंटरनेट की औपचारिक शुरूआत मानी जाती है।

     1986 में NSFNET(National Science Foundation Network) नामक एक नेटवर्क इंटरनेट से सम्बद्ध हो गया और धीरे-धीरे इसने दुनिया भर के लिए अपने द्वार खोल दिए। इससे पहले इंटरनेट का उपयोग केवल सेना से सम्बन्धित अनुसंघानों तथा क्रियाकलापों के लिए ही स्वीकृत था I

     1989 टिम बेर्नर ली ने इंटरनेट पर संचार को सरल बनाने के लिए ब्राउजरों, पन्नों और लिंक का उपयोग कर के वल्र्ड वाइड वेब बनाया।

                              यह भी देखें - 👇

इंटरनेट का मालिक कौन ?
डार्क इंटरनेट क्‍या है
इंटरनेट का विकास

     1996 गूगल ने स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय में एक अनुसंधान परियोजना शुरू किया जो कि दो साल बाद औपचारिक रूप से काम करने लगा, इस दशा में प्रगति होती गई और धीरे-धीरे हुई प्रगति के फलस्‍वरूप इंटरनेट ने एक बड़ा और विशाल रूप धारण कर लिया। आज आपके पास इंटरनेट का पावर है, जिससे आप कुछ भी कर सकते हैं, पलभर में कोई भी जानकारी प्राप्‍त कर सकते हैंं। आज हर जगह इंटरनेट का प्रयोग हो रहा है, पिछले कुछ वर्षो में लोग इससे इस तरह जुड गये हैं कि आने वाले समय में आप बिना इंटरनेट के किसी भी तकनीक की कल्पना नहीं कर सकते हैं, आज कोई भी क्षेञ इंटरनेट से अछूता नहीं है

                        यह भी देखें - 👇

गूगल से पहले ये था दुनिया का पहला सर्च इंजन
निबंध - विद्यार्थी जीवन में इंटरनेट का महत्व

                   भारत में इंटरनेट का विकास---

     भारत में इंटरनेट का विकास 15 अगस्‍त, 1985 को विदेश संचार निगम लिमिटेड ने किया था। इस दौरान इंटरनेट की व्‍यवस्‍था केवल चार प्रमुख महानगर दिल्‍ली, मुंबई, कलकत्‍ता व चेन्‍नई में हुई थी।


                       (साभार एवं सौजन्य-संदर्भ-माय बिग गाईड.कॉम)
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-----संकलन
-----श्री.अतुल एस.परब(अतुल कवीराजे)
-----दिनांक-29.10.2021-शुक्रवार.