II शुभ दीपावली II - दीपावली कविता- "आई दिवाली ख़ुशी मनायेंगे"

Started by Atul Kaviraje, November 04, 2021, 06:53:07 PM

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Atul Kaviraje

                                          II शुभ दीपावली II
                                            दीपावली कविता
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मित्रो,

     आज दिनांक-०४.११.२०२१-गुरुवार है. दीपावली की शुरुवात हुई  है.मराठी कविताके मेरे सभी -हिंदी भाई-बहन कवी-कवयित्रीयोको इस दीपावली कि अनेक हार्दिक शुभेच्छाये.आईए पढते है, दीपावली की एक कविता.


                                  "आई दिवाली ख़ुशी मनायेंगे"
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आई दिवाली ख़ुशी मनायेंगे,
मिलजुल यह त्यौहार मनायेंगे..।

चोदह साल काटा वनवास,
राम जी आये भक्तों के पास,
खुशियों के दीप जलायेंगे,
आई दिवाली ख़ुशी मनायेंगे।

दिल से सारे वैर भूला कर,
इक-दूजे को गले लगाकर,
सब शिकवे दूर भगायेंगे,
आई दिवाली ख़ुशी मनायेंगे।

चल रहे है बम्ब-पटाखे,
शोर मचाते धूम-धड़ाके,
संग सब के ख़ुशी मनायेंगे.
आई दिवाली ख़ुशी मनायेंगे।

छोड़-छाड़ कर दवेष-भाव को,
मीत प्रीत की रीत निभाओ,
दिवाली के शुभ अवसर पर,
मन से मन का दीप जलाओ।

क्या है तेरा क्या है मेरा,
जीवन चार दिन का फेरा,
दूर कर सको तो कर डालो,
मन का गहन अँधेरा,
निंदा नफरत बुरी आदतों,
से छुटकारा पाओ।

दिवाली के शुभ अवसर पर,
मन से मन का दीप जलाओ
खूब मिठाई खाओ छक कर,
लड्डू, बर्फी, चमचम, गुझिया।

पर पर्यावरण का रखना ध्यान,
बम कहीं न फोड़ें कान
वायु प्रदुषण, धुएं से बचना,
रौशनी से घर द्ववार को भरना।

दिवाली के शुभअवसर पर,
मन से मन का दीप जलाओ
चंदा सूरज से दो दीपक,
तन मन से उजियारा कर दें।

हर उपवन से फूल तुम्हारे
जब तक जियो शान से,
हर सुख, हर खुशहाली पाओ,
दिवाली के शुभ अवसर पर,
मन से मन का दीप जलाओ।


                      (साभार एवं सौजन्य-संदर्भ-हिंदीपरिचय.कॉम)
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-----संकलन
-----श्री.अतुल एस.परब(अतुल कवीराजे)
-----दिनांक-04.11.2021-गुरुवार.