II जय श्री हनुमान II-श्री हनुमान भजन-"हनुमान तुम्हारा क्या कहना"

Started by Atul Kaviraje, November 20, 2021, 05:12:57 PM

Previous topic - Next topic

Atul Kaviraje

                                       II जय श्री हनुमान II
                                       --------------------

मित्र/मैत्रिणींनो,

     आज शनिवार. देव हनुमंताचा वार. आज ऐकुया, मारुतीचे एक भजन. या हनुमान भजनIचे बोल आहेत- "हनुमान  तुम्हारा  क्या  कहना"


                                      श्री हनुमान भजन
                              "हनुमान  तुम्हारा  क्या  कहना"
                            ------------------------------


कलयुग  मे  सिद्ध  हो  देव  तुम्ही
हनुमान  तुम्हारा  क्या  कहना   
कलयुग  मे  सिद्ध  हो  देव  तुम्ही
हनुमान  तुम्हारा  क्या  कहना   
जय  हो , कलयुग  मे  सिद्ध  हो  देव  तुम्ही
हनुमान  तुम्हारा  क्या  कहना   
कलयुग  मे  सिद्ध  हो  देव  तुम्ही
हनुमान  तुम्हारा  क्या  कहना   
'तेरी  भक्ती  का  क्या  कहना   
'तेरी  शक्ती  का  क्या कहना 
'तेरी  भक्ती  का  क्या  कहना   
'तेरी  शक्ती  का  क्या कहना 
कलयुग  मे  सिद्ध  हो  देव  तुम्ही
हनुमान  तुम्हारा  क्या  कहना   
कलयुग  मे  सिद्ध  हो  देव  तुम्ही
हनुमान  तुम्हारा  क्या  कहना.   

सीता  की  खोज  करी  तुमने   
तुम  सात  समंदर  पर  गये
सीता  की  खोज  करी  तुमने   
तुम  सात  समंदर  पर  गये
लंका  को  किया  शमशान  प्रभू
बलवान  तुम्हारा  क्या  कहना 
'तेरी  भक्ती  का  क्या  कहना   
'तेरी  शक्ती  का  क्या कहना 
'तेरी  भक्ती  का  क्या  कहना   
'तेरी  शक्ती  का  क्या कहना 
कलयुग  मे  सिद्ध  हो  देव  तुम्ही
हनुमान  तुम्हारा  क्या  कहना   
कलयुग  मे  सिद्ध  हो  देव  तुम्ही
हनुमान  तुम्हारा  क्या  कहना.   

जब  लक्ष्मणजी  को  शक्ती  लगी
तुम  द्रोणागीर  परबत  लाये
जब  लक्ष्मणजी  को  शक्ती  लगी
तुम  द्रोणागीर  परबत  लाये
लक्ष्मण  के  बचाये  ला  कर  के
तब  प्राण  तुम्हारा  क्या  कहना 
'तेरी  भक्ती  का  क्या  कहना   
'तेरी  शक्ती  का  क्या कहना 
'तेरी  भक्ती  का  क्या  कहना   
'तेरी  शक्ती  का  क्या कहना 
कलयुग  मे  सिद्ध  हो  देव  तुम्ही
हनुमान  तुम्हारा  क्या  कहना   
कलयुग  मे  सिद्ध  हो  देव  तुम्ही
हनुमान  तुम्हारा  क्या  कहना.   

तुम  भक्त  शिरोमणी  हो  जग  मे
तुम  वीर  शिरोमणी  हो  जग  मे
तुम  भक्त  शिरोमणी  हो  जग  मे
तुम  वीर  शिरोमणी  हो  जग  मे
तेरे  रोम  रोम मे  बसते  है
सियाराम   तुम्हारा  क्या  कहना 
'तेरी  भक्ती  का  क्या  कहना   
'तेरी  शक्ती  का  क्या कहना 
'तेरी  भक्ती  का  क्या  कहना   
'तेरी  शक्ती  का  क्या कहना 
कलयुग  मे  सिद्ध  हो  देव  तुम्ही
हनुमान  तुम्हारा  क्या  कहना   
कलयुग  मे  सिद्ध  हो  देव  तुम्ही
हनुमान  तुम्हारा  क्या  कहना.   

कलयुग  मे  सिद्ध  हो  देव  तुम्ही
हनुमान  तुम्हारा  क्या  कहना   
कलयुग  मे  सिद्ध  हो  देव  तुम्ही
हनुमान  तुम्हारा  क्या  कहना   
कलयुग  मे  सिद्ध  हो  देव  तुम्ही
हनुमान  तुम्हारा  क्या  कहना   
कलयुग  मे  सिद्ध  हो  देव  तुम्ही
हनुमान  तुम्हारा  क्या  कहना.   


गायक -लखबीर  सिंग  लख्खा
---------------------------


                                   (संदर्भ-हनुमान भजन)
                       (साभार एवं सौजन्य-टी-सिरीज भक्ती सागर)
                     ----------------------------------------


-----संकलन
-----श्री.अतुल एस.परब(अतुल कवीराजे)
-----दिनांक-20.11.2021-शनिवार.