II श्री अंबाबाई प्रसन्न II-श्री अंबाबाई गीत-"आला आला हा दसरा आला"

Started by Atul Kaviraje, November 26, 2021, 04:24:39 PM

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Atul Kaviraje

                                      II श्री अंबाबाई प्रसन्न II
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मित्र/मैत्रिणींनो,

     आज शुक्रवार. देवीचा वार. आज ऐकुया,अंबाबाईचे गीत .या गीतIचे बोल आहेत-  "आला  आला  हा  दसरा  आला"


                                         श्री अंबाबाई गीत
                                "आला  आला  हा  दसरा  आला"
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आला  आला  हा  दसरा  आला
चल  जाऊ  ग   सोनं  वाटाया
आला  आला  हा  दसरा  आला
चल  जाऊ  ग  सोनं  वाटाया
वाट  शिलांगण  आपुली  पाहे
सण  दसऱ्याचा  सजणे  आहे
वाट  शिलांगण  आपुली  पाहे
सण  दसऱ्याचा  सजणे  आहे.

आला  आला  हा  दसरा  आला
चला  चला  की  जाऊ  भेटाया
आला  आला  हा  दसरा  आला
चला  चला  की  जाऊ  भेटाया
मन  माझे  हे  माहेरी  जाई
वाट  बंधुरायाची  पाही
मन  माझे  हे  माहेरी  जाई
वाट  बंधुरायाची  पाही
आला  आला  हा  दसरा  आला
आला  आला  हा  दसरा  आला.

सोनं  वाटू  ग , जगा  भेटू  ग
सोन्यात  जग  कसं  नटलया   
मजा  लुटू  हो , सोनं  वाटू  हो
म्हणून  राया  मला  पटलंयI   
तू  तयार  व्हावे  आता , मी  तयार  झालो  स्वतः
मी  तुमच्यासंग  येते , हाती  शित  सोनं  घेते
नटून  आणि  थटून , वेळ  व्यर्थ  सारा  जाई
वाट  शिलांगण  आपुली  पाहे
सण  दसऱ्याचा  सजणे  आहे
आला  आला  हा  दसरा  आला
चला  चला  की  जाऊ  भेटाया
आला  आला  हा  दसरा  आला
आला  आला  हा  दसरा  आला.

गुढ्या  तोरणे  सखे  उभारू
नव्या   अश्या  त्या  घराला
दारी  रांगोळी  काढू  वेगळी
बसून  राया  आपल्या  दाराला
हा  दसरा  सण  मोठा , तो  धुराने  भरला  गोठा
ही  पुरणपोळी  आता , गाईला  भरवू  स्वतः
सखे  सजणे  कसं  विसरू , ही  हुरहूर  मनात  राहे
वाट  शिलांगण  आपुली  पाहे
सण  दसऱ्याचा  सजणे  आहे
आला  आला  हा  दसरा  आला
चला  चला  की  जाऊ  भेटाया
आला  आला  हा  दसरा  आला
आला  आला  हा  दसरा  आला.

चैत्र  महिना , सुरु  झाला  ग
नवरात्रीच्या  या  घटाला
घरी  बसवू , घट  बसवू
रंगानं  रंगवू  त्या  पाटाला
हा  दसरा  असा  गाजे
तालात  रणशिंग  वाजे
हे  मन  माझे  धजे
त्या  अंबेमाते  पूजे
सारी  हौस  फिटवू , मन -मयूर  हा  नाचू  पाहे
वाट  शिलांगण  आपुली  पाहे
सण  दसऱ्याचा  सजणे  आहे
आला  आला  हा  दसरा  आला
चला  चला  की  जाऊ  भेटाया
आला  आला  हा  दसरा  आला
आला  आला  हा  दसरा  आला.

पाल  भांडता , वाद  मांडता
गेलो  सजणे  त्या  थराला
त्यांना  गाठूया , आधी  भेटूया
भेटाया  जाऊ  आधी  घराला
आज  मिटवू  सारा  वाद
चल  घालू  प्रेमानं  साद
गाऊ  दसऱ्यादिनी  आज
करू  अंबेला  ग  याद
बहू  चालणे  बहू  फिरणे
तुला  मला  आज  आहे.

वाट  शिलांगण  आपुली  पाहे
सण  दसऱ्याचा  सजणे  आहे
आला  आला  हा  दसरा  आला
चल  जाऊ  ग   सोनं  वाटाया
मन  माझे  हे  माहेरी  जाई
वाट  बंधुरायाची  पाही
वाट  शिलांगण  आपुली  पाहे
सण  दसऱ्याचा  सजणे  आहे
आला  आला  हा  दसरा  आला
चला  चला  की  जाऊ  भेटाया
वाट  शिलांगण  आपुली  पाहे
सण  दसऱ्याचा  सजणे  आहे
आला  आला  हा  दसरा  आला
चला  चला  की  जाऊ  भेटाया.


  (संदर्भ -टॉप -23 देवीची  मराठी  गाणी - नवरात्री सॉंग्स मराठी - मराठी देवी  सॉंग्स)
                        (साभार आणि सौजन्य-मराठी - गौरव - यु ट्यूब)
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-----संकलन
-----श्री.अतुल एस.परब(अतुल कवीराजे)
-----दिनांक-26.11.2021-शुक्रवार.