II हैप्पी क्रिसमस-मेरी क्रिसमस II-निबंध क्रमांक-4

Started by Atul Kaviraje, December 25, 2021, 03:13:13 PM

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Atul Kaviraje

                                 II हैप्पी क्रिसमस-मेरी क्रिसमस II
                                            निबंध क्रमांक-4
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मित्रो,

     आज दिनांक-२५.१२.२०२१-शनिवार है. प्रभू येशू का जन्म दिन. यह शुभ दिन, त्योहार ख्रिसमस यह नामसे जIनI  जाता है. मराठी कविताके मेरे सभी ख्रिस्ती भाई-बहन कवी-कवयित्री- योको  ख्रिसमस की हार्दिक शुभेच्छाये. "हैप्पी क्रिसमस-मेरी क्रिसमस". आईए, जIनते  है, क्रिसमस की कहानी,इतिहास,माहितीपूर्ण लेख,निबंध,कविता, गाने एवं अन्य जIनकारी.

                           क्रिसमस पर निबंध---

                   प्रस्तावना---

     क्रिसमस, यीशु के जन्म का सम्मान करने वाली एक ईसाई अवकाश,  दुनिया भर में धार्मिक और धर्मनिरपेक्ष उत्सव में विकसित हुई है, जिसमें उत्सवों में कई पूर्व-ईसाई और मूर्तिपूजा परंपराएं शामिल हैं। हर्ष और खुशी का एक बड़ा उत्सव है क्रिसमस। ये प्रभु ईशा (ईसाई धर्म के संस्थापक) के जन्म दिवस के अवसर पर हर साल 25 दिसंबर को शीत ऋतु में मनाया जाता है। इस दिन को क्रिसमस डे के रुप में प्रभु ईशा को श्रद्धांजलि और सम्मान देने के लिये मनाया जाता है।

     क्रिसमस के छुट्टी में पूरे दिन लोग नाचना, गाना, पार्टी मनाना और घर के बाहर डिनर करके खुशी मनाते है। इसे सभी धर्मों के लोगों द्वारा मनाया जाता है, खासतौर से ईसाई समुदाय द्वारा। इस दिन सभी रंग-बिरंगे कपड़े पहनते है और खूब मस्ती करते है। सभी एक-दूसरे को "मैरी क्रिसमस" कहकर बधाइयाँ देते है तथा एक-दूसरे के घर जाकर उपहार देते है। ईसाई लोग अपने प्रभु ईशु के लिये प्रार्थना करते है, वो सभी भगवान के सामने अपनी गलतीयों और पाप को मिटाने के लिये उसे स्वीकार करते है।

                          क्रिसमस की तैयारी---

     लगभग एक महीने पहले से ही क्रिश्चन इस त्योहार की तैयारियाँ करने लगते है। इस दिन पर घर, कार्यालय, चर्च आदि की सफाई करते है: पोताई करना और कागज तथा प्राकृतिक फूलों से अच्छे से सजाना, चित्र, दीवार पर ध्वज पट लगाना। आकर्षक दिखने के लिये बाजारों को भी सजाया जाता है और हम देख सकते है कि बाजार क्रिसमस कार्ड, सुंदर ग्लासेज़, उपहार, सीनरी, खिलौने आदि से भर जाता है। लोग अपने घरों के बीच में क्रिसमस के पेड़ को सजाते है और उसको ढ़ेर सारे उपहार जैसे कि चौकोलेट, कैंडिज़, गुब्बारे, गुड़ीया, चिड़ीया, फूल, लाइटें आदि से इसे चमकदार और सुंदर बनाते है।

     भजन गाते है तथा अपने मित्र, सगे-संबंधियों, और पड़ोसियों में उपहारों का आदान-प्रदान करते है। इस दिन ये लोग एक बड़े भोज का आयोजन करते है जिसमें लजीज़ पकवानों से सभी का स्वागत किया जाता है। दावत के बाद सभी लोग गीत-संगीत पर झूमते है और रात में गाना गाते है। ये बहुत ही जोश और खुशी का उत्सव है जिसे पूरी दुनिया में मस्ती के साथ मनाया जाता है।

                         क्रिसमस का इतिहास---

     क्रिसमस एक पवित्र धार्मिक अवकाश और एक विश्वव्यापी सांस्कृतिक और वाणिज्य घटना दोनों है। दो सहस्राब्दी के लिए, दुनिया भर के लोग इसे परंपराओं और प्रथाओं के साथ देख रहे हैं जो प्रकृति में धार्मिक और धर्मनिरपेक्ष दोनों हैं। ईसाई नासरी के यीशु के जन्म की सालगिरह के रूप में क्रिसमस दिवस मनाते हैं, एक आध्यात्मिक नेता जिनकी शिक्षाएं उनके धर्म का आधार बनाती हैं। लोकप्रिय रीति-रिवाजों में उपहारों का आदान-प्रदान, क्रिसमस के पेड़ों को सजाने, चर्च में भाग लेने, परिवार और दोस्तों के साथ भोजन साझा करने और, निश्चित रूप से, सांता क्लॉज आने का इंतजार करना शामिल है। 25 दिसंबर-क्रिसमस दिवस 1870 से संयुक्त राज्य अमेरिका में संघीय अवकाश रहा है।

                          निष्कर्ष---

     यह त्योहार सभी के मन और हृदयों को पवित्रता के भाव से ओतप्रोत करता है और नयी ऊर्जा के माध्यम से हमें प्रेरित करता है कि अनेक कठिनाइयों का सामना करने पर भी हमें सन्मार्ग का त्याग नहीं करना चाहिए तथा दूसरों को भी पवित्रता का मार्ग प्रशस्त करने के लिए यथासंभव सहयोग करना चाहिए ।


                      (साभार एवं सौजन्य-संदर्भ-हिंदीकीदुनिया.कॉम)
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-----संकलन
-----श्री.अतुल एस.परब(अतुल कवीराजे)
-----दिनांक-25.12.2021-शनिवार.