आंदोलन चारोळ्या-"दिवाळी होळी सख्ख्या बहिणी-बहिणी,STकर्मचारी लावतोय सणांची वर्णी"

Started by Atul Kaviraje, January 09, 2022, 01:21:32 AM

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Atul Kaviraje

  विषय : भोर (पुणे) येथे  ST कर्मचाऱ्यांचा  ऐन  दिवाळीत  शिमगा (होळी)आंदोलन
             वास्तव  ST कर्मचारी  सरकार  निषेध  आंदोलन  चारोळ्या
     "दिवाळी होळी सख्ख्या बहिणी-बहिणी,STकर्मचारी लावतोय सणांची वर्णी"
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(1)
"दिवाळी"  सुरु  आहे  की  "होळी" , कळत  नव्हते
ऐन  "दिवाळीत  होलिकोत्सव"  साजरा  होत  होता
ST कर्मचारी  कोणताही  भेदभाव  न  ठेवता ,
"दिवाळी" , "होळीला"  एकIच  नजरेने  पाहात  होता .

(2)
"दिवाळीला"  फुटत  होते  फटाके , निघत  होता  बार
"होळीचा"  अग्निलोळ  आकाशाला  भिडत  होता  वारंवार
आपले  हे  सरकार  विरुद्ध  अनोखे  आंदोलन  करून ,
ST कर्मचारी  करीत  होते  सरकारवर  निषेधाचा  वर .

(3)
सारे  ST कर्मचारी  कुटुंबासह  "होळीभोवती"  घालीत  होते  प्रदक्षिणा
अन  सरकारकडे  मागत  होते  आपल्या  अधिकारांची  दक्षिणा
इतके  दिवस  अनोखे  आंदोलन  करून  मोडला  होता  त्यांचा  कणा ,
पण  त्याच  अवस्थेत  आंदोलन  करून  तो  दाखवीत  होता  आपला  मराठी  बाणा .

(4)
ST कर्मचाऱ्यांकडे  आता  खूपच  फावला  वेळ  होता
बस  आगारातल्या  लाल -परीचा  लाल  रंग  उडून  चालला  होता
मागण्या काही  होत  नव्हत्या  मान्य , विविध  आंदोलनाला  आला  होता  ऊत ,
ST कर्मचाऱ्यांच्या  मानेवर  बसले  होते  आंदोलनाचे  भूत .

(5)
"दिवाळी" ,"होळी"  तर  गेली , आता  पुढच्या  सणांची  ते  वाट  पाहात  होते
कितीतरी   वर्षे  त्यांच्या  आंदोलनाला  लोटून  गेली  होती
त्या  मागण्यांवर  आता  गंजाची  पुटे  चढू  लागली  होती ,
बस  आगारातली  लाल -परी  आता , शेवटचा  आचका  देऊ  लागली  होती .


-----श्री.अतुल एस.परब(अतुल कवीराजे)
-----दिनांक-09.01.2022-रविवार.