IIओम सूर्याय नमःII-सूर्य देव की आरती-"आज रविवार है, सूर्य देव का वार है"

Started by Atul Kaviraje, January 16, 2022, 11:42:32 PM

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Atul Kaviraje

                                       IIओम सूर्याय नमःII
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मित्र/मैत्रिणींनो,

     आज रविवार. तेजोमय भास्कराचा वार. आज ऐकुया, सूर्य-नारायणाचे एक हिंदी भक्ती-गीत  (सूर्य -आरती). या आरतीचे  बोल आहेत -  "आज रविवार है, सूर्य देव का वार है"

                                     सूर्य देव की आरती
                            "आज रविवार है, सूर्य देव का वार है"
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आज रविवार है  सूर्य देव का वार है.

आज रविवार है  सूर्य देव का वार है,
इन से जग उजयार है,
नव ग्रहो में शक्तिशाली महिमा अपरंपार है.

नव ग्रहो में  सूर्य देव ही सब से पहले आते है,
बाकी सारे ग्रह तो इनकी परिक्रमा लगाते है,
तेज तो अपार है  सूर्य देव का वार है,
नव ग्रहो में शक्तिशाली महिमा अपरंपार है.

रविवार को  सूर्य देव को जल जो अर्पित करते है,
पाप ताप से मुक्त होते खाली झोली भरते  है,
भव से होते पार है  सूर्य देव का वार है,
नव ग्रहो में शक्तिशाली महिमा अपरंपार है.

यम यमुना शनि देव जी इनका तो परिवार है,
जिनकी तेज से तीनो लोक में हो जाता उजयार है,
मिट जाता अंधियार है  सूर्य देव का वार है,
नव ग्रहो में शक्तिशाली महिमा अपरंपार है.

माँ गायत्री मंतर है प्यारा सूर्य देव को भाता है,
रविवार को एक माला मंत्र जो ये जप जाता है,
हो जाता प्रसन्न वह सूर्य देव का वार है,
नव ग्रहो में शक्तिशाली महिमा अपरंपार है,
नव ग्रहो में शक्तिशाली महिमा अपरंपार है.

                        (साभार आणि सौजन्य-संदर्भ भजनगंगा.कॉम)
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-----संकलन
-----श्री.अतुल एस.परब(अतुल कवीराजे)
-----दिनांक-16.01.2022-रविवार.