II येवा कोकण आपलोच आसा II-कोकणातील गवळण क्रमांक-2-"दही दूध चोरून खाता"

Started by Atul Kaviraje, January 17, 2022, 12:31:01 AM

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Atul Kaviraje

                                   II येवा कोकण आपलोच आसा II
                                           कोकणातील गवळण
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मित्र/मैत्रिणींनो,

        आज  ऐकुया, माझ्या गावच्या मातीची काही भजने, कीर्तने, गौळणी इत्यादी . माझे मूळ गाव कोकण. या कोकणातील मालवण तालुक्यात, सिंधुदुर्ग  जिल्ह्यातील एक गाव पेंडूर. त्या पेंडूरातील माझे एक घर. असो, आज ऐकुया या कोकणातील गवळण . आजच्या गवळणचे बोल आहेत- "दही  दूध  चोरून  खाता"


                                 कोकणातील गवळण क्रमांक-2
                                   "दही  दूध  चोरून  खाता"
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दही  दूध  चोरून  खाता
अरे , मडक्यो  फोडून  पळIन  जाता
आस्वान  उपयोग  काय  नुसतो
नावानं  मोठो
ह्यो ,आस्वान  उपयोग  काय  नुसतो
नावानं  मोठो
नंदाचो  कान्हो  खोटो 
नंदाचो  कान्हो  खोटो 
नंदाचो  कान्हो  खोटो. 

दही  दूध  चोरून  खाता
अरे , मडक्यो  फोडून  पळIन  जाता
आस्वान  उपयोग  काय  नुसतो
नावानं  मोठो
ह्यो ,आस्वान  उपयोग  काय  नुसतो
नावानं  मोठो
नंदाचो  कान्हो  खोटो 
नंदाचो  कान्हो  खोटो 
नंदाचो  कान्हो  खोटो. 

गवळणीची  सून  नदीयेत  नहाय  होती  उघडी
गवळणीची  सून  नदीयेत  नहाय  होती  उघडी
हळूचसो  जाऊन  तिच्या   पाठी  पाठ  तिची  रगडी
हळूचसो  जाऊन  तिच्या   पाठी  पाठ  तिची  रगडी
खेळात  फुगडी ,करता  उघडी
घेता  त्यांची  लुगडी
खेळात  फुगडी ,करता  उघडी
घेता  त्यांची  लुगडी
होता  काळ , काढता  पळ , करितो  काटो
होता  काळ , काढता  पळ , करितो  काटो
नंदाचो  कान्हो  खोटो 
नंदाचो  कान्हो  खोटो.

मावश्येक  ठार  मारून  तिका
धाडल्यान  निजधामा
मावश्येक  ठार  मारून  तिका
धाडल्यान  निजधामा
मावळे  वध  नष्ट  केल्यानं
मारल्यान  कंसा  मामा
मावळे  वध  नष्ट  केल्यानं
मारल्यान  कंसा  मामा
न्हानपणापासूनच  असलो
लागलोच  अश्याच  कामा
न्हानपणापासूनच  असलो
लागलोच  अश्याच  कामा
हा  हा  म्हणता  न्हानIचो
ह्यो  झालो  मोठो
हा  हा  म्हणता  न्हानIचो
ह्यो  झालो  मोठो
नंदाचो  कान्हो  खोटो 
नंदाचो  कान्हो  खोटो.

निजलेलो  घो  पाहिल्यान
मध्यानराती  गारेगार
निजलेलो  घो  पाहिल्यान
मध्यानराती  गारेगार
बायलेची  येणी , घोवाची  दाढी
गाठ  मारून  पशIर
बायलेची  येणी , घोवाची  दाढी
गाठ  मारून  पशIर
ब्रह्मगाठ  लागली  वाट
भल्याभल्याक  नाय  सुटनI   
ब्रह्मगाठ  लागली  वाट
भल्याभल्याक  नाय  सुटनI   
मस्करेची  कुस्करी  नी
नावाक  बटटो     
मस्करेची  कुस्करी  नी
नावाक  बटटो     
नंदाचो  कान्हो  खोटो 
नंदाचो  कान्हो  खोटो.

जिरवूसाठी  इंद्राची
गोवर्धन  गिरिधारी
जिरवूसाठी  इंद्राची
गोवर्धन  गिरिधारी
सोळा -सहस्त्र  एकशे -आठ
भोगून  ब्रह्मचारी
सोळा -सहस्त्र  एकशे -आठ
भोगून  ब्रह्मचारी
एका  गवळणीसाठी  नारदाक
हिंडवल्यानं  दारोदारी
एका  गवळणीसाठी  नारदाक
हिंडवल्यानं  दारोदारी
माझो  गुरुदास  म्हणता
हरीच्या  घरी  कसलो  होतो  तो
माझो  गुरुदास  म्हणता
हरीच्या  घरी  कसलो  होतो  तो
नंदाचो  कान्हो  खोटो 
नंदाचो  कान्हो  खोटो.

दही  दूध  चोरून  खाता
मडक्यो  फोडून  पळIन  जाता
दही  दूध  चोरून  खाता
मडक्यो  फोडून  पळIन  जाता
आस्वान  उपयोग  काय  नुसतो
नावानं  मोठो
नंदाचो  कान्हो  खोटो 
नंदाचो  कान्हो  खोटो 
नंदाचो  कान्हो  खोटो. 

--बुवा-लक्ष्मण गुरव
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                      (साभार आणि सौजन्य-कोकणातील गवळण संग्रह)
                                   (संदर्भ-भक्ती वर्ल्ड-यू ट्यूब)
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-----संकलन
-----श्री.अतुल एस.परब(अतुल कवीराजे)
-----दिनांक-17.01.2022-सोमवार.