II श्री अंबाबाई प्रसन्न II-श्री अंबाबाई भक्ती गीत-"कारभारणी उद बोल ग"

Started by Atul Kaviraje, January 21, 2022, 11:42:49 PM

Previous topic - Next topic

Atul Kaviraje

                                        II श्री अंबाबाई प्रसन्न II
                                       ----------------------

मित्र/मैत्रिणींनो,

     आज शुक्रवार. देवीचा वार. आज ऐकुया,अंबाबाईचे भक्ती गीत .या भक्ती गीतIचे बोल आहेत-"कारभारणी उद बोल ग" 


                                    श्री अंबाबाई भक्ती गीत
                                   "कारभारणी उद बोल ग"
                                  -----------------------


कारभारणी उद बोल ग
आईराजा  उद  बोल  ग
कारभारणी उद बोल ग
आईराजा  उद  बोल  ग
आईराजा  उद  बोल  ग
मी  वाजिवतो  हलगी  ढोल  ग.

आईराजा  उद  बोल  ग
मी  वाजिवतो  हलगी  ढोल  ग
आईराजा  उद  बोल  ग
मी  वाजिवतो  हलगी  ढोल  ग.

आई  अंबाबाईची  जत्रा  भरते  पुनवेदीशी
गाडी  भाड्याची  भागाला  फुटली  माझी  भिशी
आई  अंबाबाईची  जत्रा  भरते  पुनवेदीशी
गाडी  भाड्याची  भागाला  फुटली  माझी  भिशी
आईच्या  नामात  'डोल  ग
भक्तीला  नाही  मोल  ग
आईच्या  नामात  'डोल  ग
भक्तीला  नाही  मोल  ग
आईराजा  उद  बोल  ग
मी  वाजिवतो  हलगी  ढोल  ग
आईराजा  उद  बोल  ग
मी  वाजिवतो  हलगी  ढोल  ग.

तुळजापूरला  जाऊन  आईला  नवस  करू
भोगी  निवद  दाउ  आईची  ओटी  भरू
तुळजापूरला  जाऊन  आईला  नवस  करू
भोगी  निवद  दाउ  आईची  ओटी  भरू
प्रसाद  खा  अनमोल  ग
नयन  आपलं  खोल  ग
प्रसाद  खा  अनमोल  ग
नयन  आपलं  खोल  ग
आईराजा  उद  बोल  ग
मी  वाजिवतो  हलगी  ढोल  ग
आईराजा  उद  बोल  ग
मी  वाजिवतो  हलगी  ढोल  ग.

माळ  परडी  पुजूया  आणून  आपल्या  घरी
देवी  येउदे  कृपा  करील  आपल्या  वरी
माळ  परडी  पुजूया  आणून  आपल्या  घरी
देवी  येउदे  कृपा  करील  आपल्या  वरी
वारं  नाचतंय  गोल  ग
सांभाळ  आपला  तोल  ग
वारं  नाचतंय  गोल  ग
सांभाळ  आपला  तोल  ग
आईराजा  उद  बोल  ग
मी  वाजिवतो  हलगी  ढोल  ग
आईराजा  उद  बोल  ग
मी  वाजिवतो  हलगी  ढोल  ग.

कारभारणी उद बोल ग
आईराजा  उद  बोल  ग
कारभारणी उद बोल ग
आईराजा  उद  बोल  ग
आईराजा  उद  बोल  ग
मी  वाजिवतो  हलगी  ढोल  ग.

आईराजा  उद  बोल  ग
मी  वाजिवतो  हलगी  ढोल  ग
आईराजा  उद  बोल  ग
मी  वाजिवतो  हलगी  ढोल  ग.

आईराजा  उद  बोल  ग
मी  वाजिवतो  हलगी  ढोल  ग
आईराजा  उद  बोल  ग
मी  वाजिवतो  हलगी  ढोल  ग.


                         (साभार आणि सौजन्य-नवरात्री २०२१ स्पेशल)
                              (संदर्भ-विंग्स मराठी भक्ती-यू ट्यूब) 
                        -----------------------------------------


-----संकलन
-----श्री.अतुल एस.परब(अतुल कवीराजे)
-----दिनांक-21.01.2022-शुक्रवार.