II गणतंत्र दिवस II-भाषण क्रमांक-3

Started by Atul Kaviraje, January 26, 2022, 05:59:49 PM

Previous topic - Next topic

Atul Kaviraje

                                         II गणतंत्र दिवस II
                                           भाषण क्रमांक-3 
                                       --------------------   

मित्रो,

       आज बुधवार, दिनांक-२६ जानेवारी, २०२२ है.  इसी दिन, 26 जनवरी 1950 को भारत सरकार अधिनियम (एक्ट) (1935) को हटाकर भारत का संविधान लागू किया गया था. 26 जनवरी को मनाए जाने वाले गणतंत्र दिवस को 'स्वतंत्रता दिवस' के रूप में मनाया जाता है. मराठी कविताके मेरे सभी भाई-बहन, कवी-कवयित्रीयोको प्रजासत्ताक (गणतंत्र) दिवस की हार्दिक शुभकामनाये. आईए पढते है, इस दिवस का महत्त्व, इतिहास, लेख, निबंध,भाषण, शायरी, अनमोल वाचन, शुभकामनाये, शुभेच्छाये, एवं अन्य महत्त्वपूर्ण जIनकारी.

                  गणतंत्र दिवस भाषण 2022---

     26 जनवरी गणतंत्र दिवस पर उन सभी जवानों को भी पुरस्कार और पदक से सम्मानित किया जाता है जिनके द्वारा सशस्त्र बलों का प्रयोग करके आर्म फ़ोर्स को दर्शाया जाता है। भारत के प्रधानमंत्री जी के द्वारा इन सभी बहादुर युवाओं को सम्मानित किया जाता है। इस सम्मानित पुरस्कार में उन सभी बहादुर युवाओं को शामिल किया जाता है, जिन्होंने अन्य लोगो के जीवन को भी एक नया जीवनदान प्रदान किया है।

"जय बोलो उस धीर व्रती की
जिसने सोता देश जगाया है।
जिसने मिटटी के पुतलों का
वीरों का बाना पहनाया।
जिसने आजादी निकालने की एक राह निकाली
और स्वयम उस पर चलने में जिसने अपना शीश झुकाया"

     स्वतंत्रता संग्राम के इतिहास में 26 जनवरी का अपना विशेष महत्व है। पंडित जवाहर लाल नेहरू की के द्वारा सन्न 1930 में रावी नदी के तट पर कांग्रेस के लाहौर अधिवेशन में पूर्ण स्वतंत्रता की घोषणा की गयी। जवाहर लाल नेहरू जी के द्वारा इस दिन यह प्रतिज्ञा ली गयी थी की जब तक भारत के वासियो को स्वतंत्रता की प्राप्ति नहीं हो जाती तब तक यह स्वतंत्रता आंदोलन को जारी रखा जायेगा। इन सभी संघर्षों के साथ स्वतंत्रता की प्राप्ति के लिए कई महान वीरों को अपना बलिदान भी देना पड़ा। जिनके बलिदान को आज भी भारत के नागरिको के द्वारा भुला नहीं गया है। धर्मनिरपेक्ष ,समाजवादी और लोकतान्त्रिक गणराज्य भारत का संप्रभु 26 जनवरी 1950 को लागू किया गया। इस उपलक्ष के अवसर पर प्रत्येक वर्ष राष्ट्रपति जी के द्वारा दिल्ली के राजपथ पर राष्ट्र ध्वजारोहण किया जाता है। और इसके बाद राष्ट्रगान को शुरू किया जाता है।

     इसी प्रकार 26 जनवरी 1950 को देश में अपना संविधान ,अपनी सरकार ,अपना राष्ट्रपति और राष्ट्रीय ध्वज हो जाने पर भारत वर्ष विश्व का सबसे बड़ा गणतंत्र राष्ट्र बन गया।

"वतन हमारा ऐसा कोई न छोड़ पाये,
रिश्ता ऐसा न कोई हमारा तोड़ पाये ,
दिल एक है एक है जान हमारी,
हिदुस्तान हमारा है हम इसकी शान है"

     अब मैं अपने शब्दों को यही पर विराम देना चाहती हूँ और सभी का भाषण सुनने के लिए तह दिल से धन्यवाद करना चाहती हूँ। जय हिन्द जय भारत


--मंजू
-------

                      (साभार एवं सौजन्य-संदर्भ-हिंदी.nvshq.ऑर्ग)
                    ------------------------------------------


-----संकलन
-----श्री.अतुल एस.परब(अतुल कवीराजे)
-----दिनांक-26.01.2022-बुधवार.