II गणतंत्र दिवस II-शुभकामनाएं क्रमांक-10

Started by Atul Kaviraje, January 26, 2022, 07:17:56 PM

Previous topic - Next topic

Atul Kaviraje

                                         II गणतंत्र दिवस II
                                      शुभकामनाएं क्रमांक-10
                                     ----------------------

मित्रो,

       आज बुधवार, दिनांक-२६ जानेवारी, २०२२ है.  इसी दिन, 26 जनवरी 1950 को भारत सरकार अधिनियम (एक्ट) (1935) को हटाकर भारत का संविधान लागू किया गया था. 26 जनवरी को मनाए जाने वाले गणतंत्र दिवस को 'स्वतंत्रता दिवस' के रूप में मनाया जाता है. मराठी कविताके मेरे सभी भाई-बहन, कवी-कवयित्रीयोको प्रजासत्ताक (गणतंत्र) दिवस की हार्दिक शुभकामनाये. आईए पढते है, इस दिवस का महत्त्व, इतिहास, लेख, निबंध,भाषण, शायरी, अनमोल वचन, शुभकामनाये, शुभेच्छाये, एवं अन्य महत्त्वपूर्ण जIनकारी.

दाबोगे अगर और उभर आयेगा भारत,
हर वार पर कुछ और निखर जायेगा भारत
दस-बीस जाहिलों को ग़लतफ़हमी हुई है,
दो-चार धमाको से ही डर जायेगा भारत।

उगते सूरज और चांद में जब तक है अरुणाई,
हिन्द महासागर की लहरों में जबतक तरुणाई,
वृद्ध हिमालय जब तक सर पर श्वेत जटाएँ बाँधे,
भारत की गणतंत्र पताका रहे गगन पर छाई।

दिल से निकलेगी न मर कर भी वतन की उल्‍फत
मेरी मिट्टी से भी खुशबू-ए-वफ़ा आएगी।

एक सैनिक ने क्या खूब कहा है...
किसी गजरे की खुश्बू को महकता छोड़ आया हू,
मेरी नन्ही सी चिड़िया को चहकता छोड़ आया हू,
मुझे छाती से अपनी तू लगा लेना ए भारत मा,
मैं अपनी मा की बाहों को तरसता छोड़ आया हू।
--गणतंत्र दिवस मुबारक हो

जान तो कर दी हमने वतन के नाम पर,
शान तो कर दी हमने वतन के नाम पर,
कुर्बानियो से पाई है हमने आज़ादी,
हमारा वतन तो लाखों में एक है,
आन भी कर दी हमने वतन के नाम पर।

ऐ मेरे प्यारे वतन,
ऐ मेरे पिछड़े चमन
तुझ पे दिल कुर्बान।

उनके हौंसले का मुकाबला ही नहीं है कोई
जिनकी कुर्बानी का कर्ज हम पर उधार है
आज हम इसीलिए खुशहाल हैं क्योंकि
सीमा पे जवान बलिदान को तैयार है।


--AUTHOR UNKNOWN
-------------------------


                       (साभार एवं सौजन्य-संदर्भ-हिंदीपरिचय.कॉम)
                     -----------------------------------------


-----संकलन
-----श्री.अतुल एस.परब(अतुल कवीराजे)
-----दिनांक-26.01.2022-बुधवार.