II गणतंत्र दिवस II-कविता क्रमांक-१0

Started by Atul Kaviraje, January 26, 2022, 11:45:20 PM

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Atul Kaviraje

                                         II गणतंत्र दिवस II
                                          कविता क्रमांक-१0
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मित्रो,

       आज बुधवार, दिनांक-२६ जानेवारी, २०२२ है.  इसी दिन, 26 जनवरी 1950 को भारत सरकार अधिनियम (एक्ट) (1935) को हटाकर भारत का संविधान लागू किया गया था. 26 जनवरी को मनाए जाने वाले गणतंत्र दिवस को 'स्वतंत्रता दिवस' के रूप में मनाया जाता है. मराठी कविताके मेरे सभी भाई-बहन, कवी-कवयित्रीयोको प्रजासत्ताक (गणतंत्र) दिवस की हार्दिक शुभकामनाये. आईए पढते है, गणतंत्र दिवस पर कविताए.

संविधान आजादी वाला, बच्चो ! इस दिन आया
इसने दुनिया में भारत को, नव गणतंत्र बनाया

क्या करना है और नही क्या ? संविधान बतलाता
भारत में रहने वालों का, इससे गहरा नाता

यह अधिकार हमें देता है, उन्नति करने वाला
ऊँच-नीच का भेद न करता, पण्डित हो या लाला

हिन्दू, मुस्लिम, सिख, ईसाई, सब हैं भाई-भाई
सबसे पहले संविधान ने, बात यही बतलाई

इसके बाद बतायी बातें, जन-जन के हित वाली
पढ़ने में ये सब लगती हैं, बातें बड़ी निराली

लेकर शिक्षा कहीं, कभी भी, ऊँचे पद पा सकते
और बढ़ा व्यापार नियम से, दुनिया में छा सकते

देश हमारा, रहें कहीं हम, काम सभी कर सकते
पंचायत से एम.पी. तक का, हम चुनाव लड़ सकते

लेकर सत्ता संविधान से, शक्तिमान हो सकते
और देश की इस धरती पर, जो चाहे कर सकते

लेकिन संविधान को पढ़कर, मानवता को जाने
अधिकारों के साथ जुड़ें, कर्तव्यों को पहचानो


--सुरेश  सैनी
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                         (साभार एवं सौजन्य-संदर्भ-rk अलर्ट.इन)
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-----संकलन
-----श्री.अतुल एस.परब(अतुल कवीराजे)
-----दिनांक-26.01.2022-बुधवार.