II गणतंत्र दिवस II-कविता क्रमांक-17

Started by Atul Kaviraje, January 27, 2022, 12:11:36 AM

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Atul Kaviraje

                                         II गणतंत्र दिवस II
                                          कविता क्रमांक-17
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मित्रो,

       कल बुधवार, दिनांक-२६ जानेवारी, २०२२ था .  इसी दिन, 26 जनवरी 1950 को भारत सरकार अधिनियम (एक्ट) (1935) को हटाकर भारत का संविधान लागू किया गया था. 26 जनवरी को मनाए जाने वाले गणतंत्र दिवस को 'स्वतंत्रता दिवस' के रूप में मनाया जाता है. मराठी कविताके मेरे सभी भाई-बहन, कवी-कवयित्रीयोको प्रजासत्ताक (गणतंत्र) दिवस की हार्दिक शुभकामनाये. आईए पढते है, गणतंत्र दिवस पर कविताए.

आज नई सज-धज से
गणतंत्र दिवस फिर आया है
नव परिधान बसंती रंग का
माता ने पहनाया है

भीड़ बढ़ी स्वागत करने को
बादल झड़ी लगाते हैं
रंग-बिरंगे फूलों में
ऋतुराज खड़े मुस्काते हैं

धरनी मां ने धानी साड़ी
पहन श्रृंगार सजाया है
गणतंत्र दिवस फिर आया है

भारत की इस अखंडता को
तिलभर आंच न आने पाए
हिंदू, मुस्लिम, सिख, ईसाई
मिलजुल इसकी शान बढ़ाएं

युवा वर्ग सक्षम हाथों से
आगे इसको सदा बढ़ाएं
इसकी रक्षा में वीरों ने
अपना रक्त बहाया है
गणतंत्र दिवस फिर आया है


--सुरेश  सैनी
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                         (साभार एवं सौजन्य-संदर्भ-rk अलर्ट.इन)
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-----संकलन
-----श्री.अतुल एस.परब(अतुल कवीराजे)
-----दिनांक-27.01.2022-गुरुवार.