II गणतंत्र दिवस II- कविता क्रमांक-42

Started by Atul Kaviraje, January 27, 2022, 11:18:08 PM

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Atul Kaviraje

                                         II गणतंत्र दिवस II
                                          कविता क्रमांक-42
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मित्रो,

        कल बुधवार, दिनांक-२६ जानेवारी, २०२२ था.  इसी दिन, 26 जनवरी 1950 को भारत सरकार अधिनियम (एक्ट) (1935) को हटाकर भारत का संविधान लागू किया गया था. 26 जनवरी को मनाए जाने वाले गणतंत्र दिवस को 'स्वतंत्रता दिवस' के रूप में मनाया जाता है. मराठी कविताके मेरे सभी भाई-बहन, कवी-कवयित्रीयोको प्रजासत्ताक (गणतंत्र) दिवस की हार्दिक शुभकामनाये. आईए पढते है, गणतंत्र दिवस पर कविताए.

#17.लो आज छब्बीस जनवरी का दिन आया,
सबके दिलों में तिरंगा लहराया।
किसी की प्रोफाइल, तो किसी के फेसबुक में
फिर से है तिरंगा छाया।
लो आज छब्बीस जनवरी का दिन आया।।

आज एक साल बाद फिर से सबको देश का है ख्याल आया।
छोटे छोटे मुद्दों पर सियासी रोटी सेकने वालों को,
आज सियाचिन का शेर नज़र आया,
लो आज छब्बीस जनवरी का दिन आया।।

साल भर बेआबरू करते रहे जिस माँ को,
उस भारत माँ का जयकार पूकारने वाला नज़र आया,
कभी गौ हत्या, कभी जल्लीकट्टू,
तो कभी पद्मावती के नाम पर अपने ही लोगों को मारने वाला हर वो शख्स,
आज तिरंगे को सलाम करता नज़र आया।
लो आज छब्बीस जनवरी का दिन आया।।

--नरेंद्र  सिंग
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                        (साभार एवं सौजन्य-संदर्भ-हिंदी-बायो-ग्राफी.कॉम)
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-----संकलन
-----श्री.अतुल एस.परब(अतुल कवीराजे)
-----दिनांक-27.01.2022-गुरुवार.