II गणतंत्र दिवस II- कविता क्रमांक-44

Started by Atul Kaviraje, January 27, 2022, 11:21:54 PM

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Atul Kaviraje

                                          II गणतंत्र दिवस II
                                           कविता क्रमांक-44
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मित्रो,

        कल बुधवार, दिनांक-२६ जानेवारी, २०२२ था.  इसी दिन, 26 जनवरी 1950 को भारत सरकार अधिनियम (एक्ट) (1935) को हटाकर भारत का संविधान लागू किया गया था. 26 जनवरी को मनाए जाने वाले गणतंत्र दिवस को 'स्वतंत्रता दिवस' के रूप में मनाया जाता है. मराठी कविताके मेरे सभी भाई-बहन, कवी-कवयित्रीयोको प्रजासत्ताक (गणतंत्र) दिवस की हार्दिक शुभकामनाये. आईए पढते है, गणतंत्र दिवस पर कविताए.

#19.चलो आज जवानो को दें सलाम,
चाहे वो हिन्दू हो या चाहे मुसलमान,
देश के लिए देशवासियों करो श्रमदान,
फिर बने सोने की चिड़िया हम सबका हो यही अरमान!

आज सब छोड़ दो अपना सारा काम,
याद करो उनको जिन्होंने भारत को किया आजाद,
उन वीरों के याद में गुजारो आज की शाम,
चाहे वो भक्त रहीम का हो या चाहे राम!

आओ आज शपथ लें एकता के साथ,
मिल जुलकर हम लोग करेंगें अपना काम,
कोई भी बाकी ना रह जाये इस शाम,
चाहे वो गरीब हो चाहे धनवान!

जिस धरती पर जन्में राम और कृष्ण जैसे भगवान,
वो कोई और नहीं अपना देश है महान,
देश के लिए कितने वीरो ने दिये बलिदान,
वो है महान देश अपना हिन्दुस्तान!


--नरेंद्र  सिंग
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                     (साभार एवं सौजन्य-संदर्भ-हिंदी-बायो-ग्राफी.कॉम)
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-----संकलन
-----श्री.अतुल एस.परब(अतुल कवीराजे)
-----दिनांक-27.01.2022-गुरुवार.