II गणतंत्र दिवस II- कविता क्रमांक-45

Started by Atul Kaviraje, January 27, 2022, 11:23:28 PM

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Atul Kaviraje

                                           II गणतंत्र दिवस II
                                            कविता क्रमांक-45
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मित्रो,

        कल बुधवार, दिनांक-२६ जानेवारी, २०२२ था.  इसी दिन, 26 जनवरी 1950 को भारत सरकार अधिनियम (एक्ट) (1935) को हटाकर भारत का संविधान लागू किया गया था. 26 जनवरी को मनाए जाने वाले गणतंत्र दिवस को 'स्वतंत्रता दिवस' के रूप में मनाया जाता है. मराठी कविताके मेरे सभी भाई-बहन, कवी-कवयित्रीयोको प्रजासत्ताक (गणतंत्र) दिवस की हार्दिक शुभकामनाये. आईए पढते है, गणतंत्र दिवस पर कविताए.

#20.मत घबराओ, वीर जवानों
वह दिन भी आ जाएगा
जब भारत का बच्चा-बच्चा देशभक्त बन जाएगा।

कोई वीर अभिमन्यु बनकर, चक्रव्यू को तोड़ेगा
कोई वीर भगत सिंह बनकर अंग्रेजो के सिर फोड़ेगा।

धीर-धरो तुम वीर जवानों, मत घबराओ वीर जवानों
वह दिन भी आ जायेगा जब भारत का बच्चा-बच्चा देशभक्त बन जाएगा।

कलकल करती गंगा यमुना, जिसके गुण ये गाती हैं
भारत की इस पुण्य धरा में, अपना गुंजार सुनती हैं।

आज तिरंगे के रंगों को फीका नहीं होने देगे
इस तिरंगे की शान के लिए, अपना सर्वस्व लूटा देगे।

अब मत घबराओ वीर शहीदों, मत घबराओ वीर जवानों
वह दिन भी आ जायेगा, जब भारत का बच्चा-बच्चा देशभक्त बन जाएगा।

वीर अमर शहीदों की कुर्बानी को, कोई भुला ना पाएगा
जब आत्याचार बढ़ेगा धरती पर, एक महापुरुष आ जायेगा।


--नरेंद्र  सिंग
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                     (साभार एवं सौजन्य-संदर्भ-हिंदी-बायो-ग्राफी.कॉम)
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-----संकलन
-----श्री.अतुल एस.परब(अतुल कवीराजे)
-----दिनांक-27.01.2022-गुरुवार.