IIओम सूर्याय नमःII-सूर्य देव आरती-"ॐ जय सूर्य भगवान"

Started by Atul Kaviraje, January 30, 2022, 09:26:57 PM

Previous topic - Next topic

Atul Kaviraje

                                       IIओम सूर्याय नमःII
                                      -------------------

मित्र/मैत्रिणींनो,

     आज रविवार. तेजोमय भास्कराचा वार. आज ऐकुया, सूर्य देव आरती. या आरतीचे  बोल आहेत - "ॐ जय सूर्य भगवान"


                                       सूर्य देव आरती
                                   "ॐ जय सूर्य भगवान"
                                  ---------------------


ऊँ जय सूर्य भगवान, जय हो दिनकर भगवान।
जगत् के नेत्र स्वरूपा, तुम हो त्रिगुण स्वरूपा।
धरत सब ही तव ध्यान, ऊँ जय सूर्य भगवान॥
॥ ऊँ जय सूर्य भगवान, जय हो दिनकर भगवान॥

सारथी अरूण हैं प्रभु तुम, श्वेत कमलधारी, तुम चार भुजाधारी।
अश्व हैं सात तुम्हारे, कोटी किरण पसारे, तुम हो देव महान॥

॥ ऊँ जय सूर्य भगवान...॥

ऊषाकाल में जब तुम, उदयाचल आते, सब तब दर्शन पाते।
फैलाते उजियारा, जागता तब जग सारा, करे सब तब गुणगान॥

॥ ऊँ जय सूर्य भगवान...॥

संध्या में भुवनेश्वर अस्ताचल जाते, गोधन तब घर आते।
गोधुली बेला में, हर घर हर आंगन में, हो तव महिमा गान॥

॥ ऊँ जय सूर्य भगवान...॥

देव दनुज नर नारी, ऋषि मुनिवर भजते, आदित्य हृदय जपते।
स्त्रोत ये मंगलकारी, इसकी है रचना न्यारी, दे नव जीवनदान॥

॥ ऊँ जय सूर्य भगवान...॥

तुम हो त्रिकाल रचियता, तुम जग के आधार, महिमा तब अपरम्पार।
प्राणों का सिंचन करके भक्तों को अपने देते, बल बृद्धि और ज्ञान॥

॥ ऊँ जय सूर्य भगवान...॥

भूचर जल चर खेचर, सब के हो प्राण तुम्हीं, सब जीवों के प्राण तुम्हीं।
वेद पुराण बखाने, धर्म सभी तुम्हें माने, तुम ही सर्व शक्तिमान॥

॥ ऊँ जय सूर्य भगवान...॥

पूजन करती दिशाएं, पूजे दश दिक्पाल, तुम भुवनों के प्रतिपाल।
ऋतुएं तुम्हारी दासी, तुम शाश्वत अविनाशी, शुभकारी अंशुमान॥

॥ ऊँ जय सूर्य भगवान...॥

ऊँ जय सूर्य भगवान, जय हो दिनकर भगवान।
जगत के नेत्र रूवरूपा, तुम हो त्रिगुण स्वरूपा॥
धरत सब ही तव ध्यान, ऊँ जय सूर्य भगवान॥


                 (साभार एवं सौजन्य-संदर्भ-ऑल भजन लैरिकस.कॉम)
                -----------------------------------------------


-----संकलन
-----श्री.अतुल एस.परब(अतुल कवीराजे)
-----दिनांक-30.01.2022-रविवार.