II माघी गणेश जयंती II-कविता क्रमांक-3

Started by Atul Kaviraje, February 04, 2022, 01:43:23 AM

Previous topic - Next topic

Atul Kaviraje

                                        II माघी गणेश जयंती II
                                            कविता क्रमांक-3
                                      ------------------------

मित्रो,

     आज शुक्रवार,०४ फरवरी ,२०२२. माघ माह के शुक्ल पक्ष में पड़ने वाली चतुर्थी को गणेश जयंती के नाम से जाना जाता है. मराठी कविताके मेरे सभी भाई-बहन, कवी-कवयित्रीयोको माघी गणेश जयंती की बहोत सारी हार्दिक शुभकामनाये. आईए, श्री गणेश जी का पूजन नमन करते है, और पढते है, माघी गणेश जयंती पर कविताये--

                             प्रार्थना : वर दो गणेशजी...

वर दो, वर दो, वर दो गणेशजी।
हर लो हमारे, प्रभु सारे दु:ख क्लेशजी।।

धर्म के नाम पर, जंग छिड़ी हैं यहां।
हिन्द बंट जाए, यही चाहता है ये जहां।।

आपस के झगड़ों में, डूबे न देश जी।
वर दो, वर दो, वर दो गणेशजी...।।

दूर होते जा रहे हैं लोग संस्कृति से।
करते हैं खिलवाड़, ये रोज प्रकृति से।

दो बुद्धि गंदा न करें, ये परिवेशजी।
वर दो, वर दो, वर दो गणेशजी...।।

हम हैं तुम्हारे सेवक प्रभो! सर्वदा से ही।
हमको बचा लो प्रभु, घोर विपदा से जी।

अनुग्रह करें, भक्तों पर तो विशेषजी।
वर दो, वर दो, वर दो गणेशजी...।।

हिन्द मेरा बस सदा आबाद ही रहे।
गीता का संदेश कथा रामायण की कहे।।

दिन-रात करे, उन्नति ये मेरा देश जी।
वर दो, वर दो, वर दो गणेशजी...।।


–अर्चना श्रीवास्तव 'अर्चन'
-----------------------

                       (साभार एवं सौजन्य-संदर्भ-दुनियाहैगोल.कॉम)
                      ----------------------------------------


-----संकलन
-----श्री.अतुल एस.परब(अतुल कवीराजे)
-----दिनांक-04.02.2022-शुक्रवार.