II वैलेंटाइन्स डे II-कविता क्रमांक-1

Started by Atul Kaviraje, February 14, 2022, 12:30:16 AM

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Atul Kaviraje

                                        II वैलेंटाइन्स डे II
                                         कविता क्रमांक-1
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मित्रो,

     आज दिनांक-१४ फेब्रुवारी, २०२२ - सोमवार है. आजका दिन "वैलेंटाइन दिवस या संत वैलेंटाइन दिवस (अंग्रेज़ी: Valentine's Day), एक अवकाश दिवस है, जिसे 14 फ़रवरी को अनेकों लोगों द्वारा दुनिया भर में मनाया जाता है। अंग्रेजी बोलने वाले देशों में, ये एक पारंपरिक दिवस है, जिसमें प्रेमी एक दूसरे के प्रति अपने प्रेम का इजहार वैलेंटाइन कार्ड भेजकर, फूल देकर करते हैं।" आईए इस अवसर पर पढते है, कुछ प्रेम रचनाये, कविताये. 

           
         वैलेंटाइन डे-प्रेम के कोमल एहसासों से सराबोर हिंदी कविताएं...

उसका हाथ 
अपने हाथ में लेते हुए मैंने सोचा
दुनिया को
हाथ की तरह गर्म और सुंदर

~केदारनाथ सिंह
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हे री मैं तो प्रेम-दिवानी मेरो दरद न जाणै कोय।
घायल की गति घायल जाणै, जो कोई घायल होय।
जौहरि की गति जौहरी जाणै, की जिन जौहर होय।
सूली ऊपर सेज हमारी, सोवण किस बिध होय।
गगन मंडल पर सेज पिया की किस बिध मिलणा होय।

~मीराबाई
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अक्सर जब तुम ने वंशी बजा कर मुझे बुलाया है
और मैं मोहित मृगी-सी भागती चली आयी हूँ
और तुम ने मुझे अपनी बाँहों में कस लिया है
तो मैंने डूब कर कहा है:
'कनु मेरा लक्ष्य है, मेरा आराध्य, मेरा गन्तव्य!'

~ धर्मवीर भारती
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हे मेरी तुम सोई सरिता !
उठो,
         और लहरों-सी नाचो
तब तक, जब तक
आलिंगन में नहीं बाँध लूँ
              और चूम लूँ

                     तुमको !
मैं मिलने आया बादल हूँ !!

~ केदारनाथ अग्रवाल
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--संकलक-रत्नेश मिश्र
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                     (साभार एवं सौजन्य-संदर्भ-अमर उजाला.कॉम)
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-----संकलन
-----श्री.अतुल एस.परब(अतुल कवीराजे)
-----दिनांक-14.02.2022-सोमवार.