II छत्रपति शिवाजी महाराज जयंती II-स्पीच क्रमांक-3

Started by Atul Kaviraje, February 19, 2022, 06:26:12 PM

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Atul Kaviraje

                                 II छत्रपति शिवाजी महाराज जयंती II
                                              स्पीच क्रमांक-3
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मित्रो,

     आज दिनांक-१९.०२.२०२२-शनिवार, छत्रपती श्री शिवाजी महाराज जयंती है. "छत्रपति शिवाजी महाराज का जन्म 19 फरवरी 1630 को मराठा परिवार में हुआ था। उनके जन्मदिवस के अवसर पर ही हर साल 19 फरवरी को भारत में छत्रपति शिवाजी महाराज जयंती मनाई जाती है। यह साल इस महान मराठा की 391वीं जयंती के रूप में मनाया जा रहा है। महाराष्ट्र सरकार ने तो इस दिन को राज्य में सार्वजनिक अवकाश घोषित किया है।" मराठी कविताके मेरे सभी हिंदी भाई-बहन कवी-कवयित्रीयोको इस सु-अवसर पर मेरी अनेक हार्दिक शुभेच्छाये . आईए इस सुनहरे दिवस पर पढते है लेख,निबंध,भाषण,शुभेच्छाये,स्टेटस,कोट्स,शायरी,सु-विचार एवं अन्य महत्त्वपूर्ण जानकारी.

                       शिवाजी के राज्य की सीमा :

     शिवाजी की पूर्वी सीमा उत्तर में बागलना को छूती थी और फिर दक्षिण की ओर नासिक एवं पूना जिलों के बीच से होती हुई एक अनिश्चित सीमा रेखा के साथ समस्त सतारा और कोल्हापुर के जिले के अधिकांश भाग को अपने में समेट लेती थी। पश्चिमी कर्नाटक के क्षेत्र बाद में सम्मिलित हुए।

                       मुगलों से टक्कर:

     शिवाजी की बढ़ती हुई शक्ति से चिंतित हो कर मुगल बादशाह औरंगजेब ने दक्षिण में नियुक्त अपने सूबेदार को उन पर चढ़ाई करने का आदेश दिया। लेकिन सुबेदार को मुंह की खानी पड़ी। शिवाजी से लड़ाई के दौरान उसने अपना पुत्र खो दिया और खुद उसकी अंगुलियां कट गई। उसे मैदान छोड़कर भागना पड़ा। इस घटना के बाद औरंगजेब ने अपने सबसे प्रभावशाली सेनापति मिर्जा राजा जयसिंह के नेतृत्व में लगभग 1,00,000 सैनिकों की फौज भेजी।

                  बचपन में खेल खेल मे सीखा किला जीतना :

     बचपन में शिवाजी अपनी आयु के बालक इकट्ठे कर उनके नेता बनकर युद्ध करने और किले जीतने का खेल खेला करते थे। युवावस्था में आते ही उनका खेल वास्तविक कर्म शत्रु बनकर शत्रुओं पर आक्रमण कर उनके किले आदि भी जीतने लगे। जैसे ही शिवाजी ने पुरंदर और तोरण जैसे किलों पर अपना अधिकार जमाया, वैसे ही उनके नाम और कर्म की सारे दक्षिण में धूम मच गई, यह खबर आग की तरह आगरा और दिल्ली तक जा पहुंची। अत्याचारी किस्म के तुर्क, यवन और उनके सहायक सभी शासक उनका नाम सुनकर ही मारे डर के चिंतित होने लगे थे।

                   छत्रपति शिवाजी से जुड़ी जानकारी

     छत्रपति शिवाजी महाराष्ट्र के इतिहास के महानतम व्यक्तियों में से एक हैं। उनके जीवन की कहानियां लोगों की पहचान का एक अभिन्न हिस्सा हैं। योद्धा राजा को सम्मानित करने के लिए, सरकार ने मुंबई के तट पर एक विशाल प्रतिमा बनाने का प्रस्ताव दिया है।

                      शिवाजी से जुड़े कुछ रोचक तथ्य:

     शिवाजी महाराज ने मुसलमानों के साथ शांतिपूर्ण संबंध बनाए रखा। यह इस तथ्य से परिलक्षित होता है कि उनकी शाही सेना में, 1,50,000 की घुड़सवार सेना से लगभग 66,000 मुस्लिम थे। उन्हें एक बहुत ही धार्मिक व्यक्ति के रूप में जाना जाता था और वे अक्सर सभी जातियों के धार्मिक नेताओं की कंपनी की मांग करते थे। शिवाजी ने सबसे पहले एक नौसैनिक बल के महत्व का एहसास किया और इस प्रकाश में, उन्होंने महाराष्ट्र के कोंकण पक्ष की रक्षा के लिए समुद्र तट पर एक नौसेना और किलों की स्थापना की। जयगढ़, विजयदुर्ग, सिंधुदुर्ग और अन्य स्थानों के उनके किले इस बात की गवाही देते हैं।

                      मुम्‍बई के तट पर बनेगी विशाल प्रतिमा

     छत्रपति शिवाजी महाराष्ट्र के इतिहास के महानतम व्यक्तियों में से एक हैं। उनके जीवन की कहानियां लोगों की पहचान का एक अभिन्न हिस्सा हैं। योद्धा राजा को सम्मानित करने के लिए, सरकार ने मुंबई के तट पर एक विशाल प्रतिमा बनाने का प्रस्ताव दिया है।

                        बचपन से जुड़ी जानकारी

     शिवाजी महाराज का जन्म शिवनेरी दुर्ग में 19 फरवरी 1630 में हुआ था। उनका पूरा नाम शिवाजी भोंसले था। मुगलों के साथ उनकी पहली लड़ाई 1656-57 में हुई थी। अपने जीवनकाल में उन्‍होनें कई बार मुगलों को मात दी। उनकी शूरवीरता के लिए उन्‍हें आज भी याद किया जाता है।

--Written by - जनसत्ता ऑनलाइन
--Edited by - रुपम  सिन्हा
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                       (साभार एवं सौजन्य-संदर्भ-जनसत्ता.कॉम)
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-----संकलन
-----श्री.अतुल एस.परब(अतुल कवीराजे)
-----दिनांक-19.02.2022-शनिवार.