II जय श्री हनुमान II-श्री हनुमान भजन-"हनुमान तुम्हारा क्या कहना"

Started by Atul Kaviraje, February 26, 2022, 07:54:24 PM

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Atul Kaviraje

                                        II जय श्री हनुमान II
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मित्र/मैत्रिणींनो,

     आज शनिवार. देव हनुमंताचा वार. आज ऐकुया, मारुतीचे एक भजन. या हनुमान भजनIचे बोल आहेत- "हनुमान तुम्हारा क्या कहना"


                                        श्री हनुमान भजन
                                  "हनुमान तुम्हारा क्या कहना"
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कलयुग में सिद्ध हो देव तुम्ही
हनुमान तुम्हारा क्या कहना
तेरी भक्ति का क्या कहना
तेरी शक्ति का क्या कहना

सीता खोजकरी तुमने
सात समुंदर पार गये
लंका को किया शमशान प्रभु
बलवान तुम्हारा क्या कहना
तेरी भक्ति का क्या कहना..

जब लक्षमणजी को शक्ति लगी
तुम धौलागिर पर्वत लाये
लक्ष्मण को बचाए आ करके
तब प्राण तुम्हारा क्या कहना
तेरी भक्ति का क्या कहना..

तुम भक्त शिरोमणि हो जग में
तुम वीर शिरोमणि हो जग में
तेरे रोम रोम में बसते है
सियाराम तुम्हारा क्या कहना
तेरी भक्ति का क्या कहना..

कलयुग में सिद्ध हो देव तुम्ही
हनुमान तुम्हारा क्या कहना
तेरी भक्ति का क्या कहना
तेरी शक्ति का क्या कहना...

--गायक-लखबीर  सिंग  लक्खI
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                       (साभार आणि सौजन्य-हनुमान जी के भजन)
                           (संदर्भ-हिंदी भजन लैरिकस.को.इन)
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-----संकलन
-----श्री.अतुल एस.परब(अतुल कवीराजे)
-----दिनांक-26.02.2022-शनिवार.