II महाशिवरात्री II-शिव सहस्त्रनाम क्रमांक-5

Started by Atul Kaviraje, March 01, 2022, 01:53:05 PM

Previous topic - Next topic

Atul Kaviraje

                                          II महाशिवरात्री II
                                      शिव सहस्त्रनाम क्रमांक-5
                                    -------------------------

मित्र/मैत्रिणींनो,

     आज दिनांक-०१.०३.२०२२, मंगळवार आहे. आज "महाशिवरात्री" आहे.भगवान शिवाला समर्पित महाशिवरात्रीला हिंदू धर्मात विशेष महत्त्व आहे. हिंदू दिनदर्शिकेनुसार माघ महिन्यातील कृष्ण पक्षातील चतुर्दशीला महाशिवरात्री हा सण साजरा केला जातो. मराठी कवितेच्या माझ्या सर्व बंधू-भगिनी कवी-कवयित्रींनी महाशिवरात्रीच्या अनेक हार्दिक शुभेच्छा. "ओम नमः शिवाय" हा मंत्र जपूया, आणि वाचूया, या पावन रात्रीनिमित्त लेख, कथा, पूजा विधी, माहिती, निबंध,भाषण,शुभेच्छा, शायरी, स्टेटस इत्यादी.

ॐ गण्डलिने नमः॥ ॐ मेरूधाम्ने नमः॥ ॐ देवाधिपतये नमः॥ ॐ अथर्वशीर्षाय नमः॥ ॐ सामास्या नमः॥ ॐ ऋक्सहस्रामितेक्षणाय नमः॥ ॐ यजुः॥ पादभुजाय नमः॥ ॐ गुह्याय नमः॥ ॐ प्रकाशाय नमः॥ ॐ जंगमाय नमः॥ ॐ अमोघार्थाय नमः॥ ॐ प्रसादाय नमः॥ ॐ अभिगम्याय नमः॥ ॐ सुदर्शनाय नमः॥ ॐ उपकाराय नमः॥ ॐ प्रियाय नमः॥ ॐ सर्वाय नमः॥ ॐ कनकाय नमः॥ ॐ काञ्चनवच्छये नमः॥ ॐ नाभये नमः॥ ॐ नन्दिकराय नमः॥ ॐ भावाय नमः॥ ॐ पुष्करथपतये नमः॥ ॐ स्थिराय नमः॥ ॐ द्वादशाय नमः॥ ॐ त्रासनाय नमः॥ ॐ आद्याय नमः॥ ॐ यज्ञाय नमः॥ ॐ यज्ञसमाहिताय नमः॥ ॐ नक्तंस्वरूपाय नमः॥ ॐ कलये नमः॥ ॐ कालाय नमः॥ ॐ मकराय नमः॥ ॐ कालपूजिताय नमः॥ ॐ सगणाय नमः॥ ॐ गणकराय नमः॥ ॐ भूतवाहनसारथये नमः॥ ॐ भस्मशयाय नमः॥ ॐ भस्मगोप्त्रे नमः॥ ॐ भस्मभूताय नमः॥ ॐ तरवे नमः॥ ॐ गणाय नमः॥ ॐ लोकपालाय नमः॥ ॐ आलोकाय नमः॥ ॐ महात्मने नमः॥ ॐ सर्वपूजिताय नमः॥ ॐ शुक्लाय नमः॥ ॐ त्रिशुक्लाय नमः॥ ॐ संपन्नाय नमः॥ ॐ शुचये नमः॥ ॐ भूतनिशेविताय नमः॥ ॐ आश्रमस्थाय नमः॥ ॐ क्रियावस्थाय नमः॥ ॐ विश्वकर्ममतये नमः॥ ॐ वराय नमः॥ ॐ विशालशाखाय नमः॥ ॐ ताम्रोष्ठाय नमः॥ ॐ अम्बुजालाय नमः॥ ॐ सुनिश्चलाय नमः॥ ॐ कपिलाय नमः॥ ॐ कपिशाय नमः॥ ॐ शुक्लाय नमः॥ ॐ आयुषे नमः॥ ॐ पराय नमः॥ ॐ अपराय नमः॥ ॐ गंधर्वाय नमः॥ ॐ अदितये नमः॥ ॐ ताक्ष्याय नमः॥ ॐ सुविज्ञेयाय नमः॥ ॐ सुशारदाय नमः॥ ॐ परश्वधायुधाय नमः॥ ॐ देवाय नमः॥ ॐ अनुकारिणे नमः॥ ॐ सुबान्धवाय नमः॥ ॐ तुम्बवीणाय नमः॥ ॐ महाक्रोधाय नमः॥ ॐ ऊर्ध्वरेतसे नमः॥ ॐ जलेशयाय नमः॥ ॐ उग्राय नमः॥ ॐ वंशकराय नमः॥ ॐ वंशाय नमः॥ ॐ वंशानादाय नमः॥ ॐ अनिन्दिताय नमः॥ ॐ सर्वांगरूपाय नमः॥ ॐ मायाविने नमः॥ ॐ सुहृदे नमः॥ ॐ अनिलाय नमः॥ ॐ अनलाय नमः॥ ॐ बन्धनाय नमः॥ ॐ बन्धकर्त्रे नमः॥ ॐ सुवन्धनविमोचनाय नमः॥ ॐ सयज्ञयारये नमः॥ ॐ सकामारये नमः॥ ॐ महाद्रष्टाय नमः॥ ॐ महायुधाय नमः॥ ॐ बहुधानिन्दिताय नमः॥ ॐ शर्वाय नमः॥ ॐ शंकराय नमः॥ ॐ शं कराय नमः॥ ॐ अधनाय नमः॥ ॐ अमरेशाय नमः॥ ॐ महादेवाय नमः॥ ॐ विश्वदेवाय नमः॥ ॐ सुरारिघ्ने नमः॥ ॐ अहिर्बुद्धिन्याय नमः॥ ॐ अनिलाभाय नमः॥ ॐ चेकितानाय नमः॥ ॐ हविषे नमः॥ ॐ अजैकपादे नमः॥ ॐ कापालिने नमः॥ ॐ त्रिशंकवे नमः॥ ॐ अजिताय नमः॥ ॐ शिवाय नमः॥ ॐ धन्वन्तरये नमः॥ ॐ धूमकेतवे नमः॥ ॐ स्कन्दाय नमः॥ ॐ वैश्रवणाय नमः॥ ॐ धात्रे नमः॥ ॐ शक्राय नमः॥ ॐ विष्णवे नमः॥ ॐ मित्राय नमः॥ ॐ त्वष्ट्रे नमः॥ ॐ ध्रुवाय नमः॥ ॐ धराय नमः॥ ॐ प्रभावाय नमः॥ ॐ सर्वगोवायवे नमः॥


                  (साभार आणि सौजन्य-संदर्भ-मराठी.वेबदुनिया.कॉम)
                -----------------------------------------------


-----संकलन
-----श्री.अतुल एस.परब(अतुल कवीराजे)
-----दिनांक-01.03.2022-मंगळवार.