II महाशिवरात्रि II-शायरी क्रमांक-4

Started by Atul Kaviraje, March 01, 2022, 04:43:52 PM

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Atul Kaviraje

                                         II महाशिवरात्रि II
                                          शायरी क्रमांक-4
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मित्रो,

     आज दिनांक-०१.०३.२०२२ मंगलवार है. आज "महाशिवरात्री" है. "हिंदू पंचांग के अनुसार हर माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को मासिक शिवरात्रि का व्रत रखा जाता है। फाल्गुन माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को पड़ने वाली शिवरात्रि महाशिवरात्रि कहा जाता है।" मराठी कविताके मेरे सभी भाई-बहन कवी-कवयित्रीयोको इस पावन रात्रिकी अनेक हार्दिक शुभकामनाये. आईए, "ओम नमः शिवाय" मंत्र-उच्चारण करें और पढे, इस पावन रात्री पर शिव तांडव स्तोत्र, शायरी एवं रचनाये.

भोले की लीला में मुझको डूब जाने दो
शिव जी के चरणों में शीश झुकाने दो
आज है शिवरात्रि मेरे भोले बाबा का दिन
आज के दिन मुझे भोले के गीत गाने दो
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भोले की भक्ति में मुझे डूब जाने दो
शिव के चरणों में शीश झुकाने दो
आई है शिवरात्रि मेरे भोले बाबा का दिन
आज के दिन मुझे भोले के गीत गाने दो
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कहते है सांस लेने से जान आती है
सांस ना लो तो जान जाती है
कैसे कह दुं कि मै सांसों के सहारे जिन्दा हुं
मेरी सांस तो ॐ नम: शिवाये: बोलने के बाद आती है
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भक्ति में है शक्ति बंधू और शक्ति में संसार है
त्रिलोक में है जिसकी चर्चा उन शिव जी का आज त्यौहार हैं
बाबा से दुआ करते है की वो आपको वो सारी खुशियाँ दे जो आप चाहते हैं
बाबा का हाथ सदा आपके शीश पर बना रहे- जय भोलेनाथ
--शिवरात्रि की बधाई
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महाकाल का नारा लगा के दुनिया में हम छा गये
दुश्मन भी छुपकर बोले वो देखो महाकाल के भक्त आ गये
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यह कैसी घटा छाई हैं हवा में नई सुर्खी आई है
फ़ैली है जो सुगंध हवा में जरुर महादेव ने चिलम लगाई है
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जिनके रोम-रोम में शिव हैं वही विष पिया करते हैं
ज़माना उन्हें क्या जलाएगा जो श्रृंगार ही अंगार से क्या करते हैं
--ॐ नमः शिवाय – शिवरात्रि की हार्दिक शुभकामनाएँ
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महाशिवरात्रि के इस पावन पर्व पर
सफलता का डमरू सदैव आपके ऊपर बजता रहे
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सौराष्ट्रे सोमनाथंच श्री शैले मल्लिकार्जुनम्
उज्जयिन्यां महाकालमोंकारममलेश्वरम्
केदारे हिगवत्पृष्ठे डाकिन्यां भीमशंकरम्
वाराणस्यांच विश्वेशं त्र्यम्बंक गौतमी तटे
वैद्यनाथं चिताभूमौ नागेशं दारुकावने
सेतुबन्धे च रामेशं घृष्णेशंच शिवालये
एतानि ज्योतिर्लिंगानि प्रातरुत्थाय य: पठेत्
जन्मान्तर कृत पापं स्मरणेन विनश्यति
--महाशिवरात्रि की ढेरों शुभकामनाऐं
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SHIV ki jyoti se noor milta hai
Sabke dil ko surur milta hai
Jo bhi jaata hai BHOLE ke dwaar
Kuchh na kuchh zarror milta hai
"Jai Bholenath"
--Happy Shivratri to all of you
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--अनिल सैनी 
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                       (साभार एवं सौजन्य-संदर्भ-rk-अलर्ट.इन)
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-----संकलन
-----श्री.अतुल एस.परब(अतुल कवीराजे)
-----दिनांक-01.03.2022-मंगळवार.