II महिला दिवस II-कविता क्रमांक-1

Started by Atul Kaviraje, March 07, 2022, 02:18:43 AM

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Atul Kaviraje

                                        II महिला दिवस II
                                         कविता क्रमांक-1
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मित्रो,

     कल दिनांक-०८.०३.२०२२, मंगलवार है. यह दिन "जागतिक महिला दिवस" के नाम से भी जाना   जाता है. "प्रत्येक वर्ष 8 मार्च पुरे विश्व में महिलाओं के योगदान एवं उपलब्धियों की तरफ लोगो का ध्यान क्रेंदित करने के लिए महिला दिवस के रूप में मनाया जाता है, महिला दिवस मनाने का मुख्य उद्देश्य नारी को समाज में एक सम्मानित स्थान दिलाना और उसके स्वयं में निहित शक्तियों से उसका ही परिचय कराना होता है।" मराठी कविताके मेरे सभी भाई-बहन, कवी-कवयित्रीयोको इस दिन कि मेरी हार्दिक शुभेच्छाये. आईए पढते है, इस दिन पर कुछ रचनाये, कविताये---

                 महिला दिवस पर कुछ कविताएँ---

     नारी हर घर की शान होती हैं, आज के युग में तो नारी घर के साथ साथ सभी क्षेत्रों में अपना स्थान बना चुकी हैं। महिला देश, समाज एवं परिवार का मुख्य आधार होती हैं। महिलाएं समाज को सभ्य बनाने से लेकर देश के विकास में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। आज महिलाओं ने खुद को हर क्षेत्र में साबित किया है।

     आज दुनिया का कोई भी क्षेत्र ऐसा नहीं है जहां महिलाओं का दबदबा न हो, लेकिन आज 21 वीं सदी में भी महिलाओं को उत्पीड़न, शोषण और घरेलू हिंसा का शिकार होना पड़ रहा है। कहीं न कहीं आज भी महिलाओं से जुड़े फैसले उनके पिता, भाई या फिर पति द्वारा ही लिए जाते हैं।

     वहीं महिलाओं को उनके अधिकारों के बारे में जागरूक करने, उनका आत्मविश्वास जगाने एवं समाज में उत्कृष्ट कार्य करने वाली महिलाओं को सम्मानित कर उनका मनोबल बढ़ाने के लिए 8 मार्च को पूरी दुनिया में अंतराष्ट्रीय महिला दिवस मनाया जाता है।

     वहीं आइए जानते हैं महिलाओं के महत्व को समझाने वाली महिला दिवस पर कुछ प्रेरणात्मक कविताओंके बारे में –

       महिला दिवस पर कुछ कविताएँ – Womens Day Poem in Hindi

                                       नारी

नारी तुम आस्था हो तुम प्यार, विश्वास हो,
टूटी हुयी उम्मीदों की एक मात्र आस हो,
अपने परिवार के हर जीवन का तू आधार हो,
इस बेमानी से भरी दुनिया में एक तुम ही एक मात्र प्यार हो,
चलो उठों इस दुनिया में अपने अस्तित्व को संभालो,
सिर्फ एक दिन ही नहीं,
बल्कि हर दिन नारी दिवस मना लो।


--एडिटोरिअल  टीम
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                       (साभार एवं सौजन्य-संदर्भ-ग्यानी पंडित.कॉम)
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-----संकलन
-----श्री.अतुल एस.परब(अतुल कवीराजे)
-----दिनांक-07.03.2022-सोमवार.