II होली II-शायरी क्रमांक-2

Started by Atul Kaviraje, March 18, 2022, 02:00:18 PM

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Atul Kaviraje

                                             II होली II
                                          शायरी क्रमांक-2
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मित्रो,

      कल दिनांक-१७.०३.२०२२, गुरुवार था. "होली एक ऐसा रंगबिरंगा त्योहार है, जिस हर धर्म के लोग पूरे उत्साह और मस्ती के साथ मनाते हैं। प्यार भरे रंगों से सजा यह पर्व हर धर्म, संप्रदाय, जाति के बंधन खोलकर भाई-चारे का संदेश देता है। ". हिंदी कविताके मेरे सभी भाई-बहन, कवी-कवयित्रीयोको होली के इस पावन पर्व की अनेक हार्दिक शुभकामनाये. आईए पढते है, कविताये,रचनाये,शायरी, राधा-कृष्ण शायरी, चित्रपट होली-गीत एवं अन्य.

रंग रंगीला माहौल हो, अपनों का साथ हो
स्वादिष्ट पकवानो की मिठास पास हो
फिर देरी किस बात की करते हो यारो
उठाओ गुलाल और धमाल करो प्यारों
हैप्पी होली
*****
रंगों की ना होती कोई जात
वो तो लाते बस खुशियों की सौगात
हाथ से हाथ मिलाते चलो
होली है होली रंग लगाते चलो
हैप्पी होली
*****
पिचकारी की आई बाज़ारों में बौछार
हर कोई मांगे अनोखी पिचकारी हर बार
बच्चों को होता त्यौहारों से प्यार
वही तो बनाते त्यौहारों को गुलज़ार
हैप्पी होली
*****
रंगों के होते कई नाम
कोई कहे पीला कोई कहे लाल
हम तो जाने बस खुशियों की होली
राग द्वेष मिटाओ और मनाओ होली
हैप्पी होली
*****
दिलो के मिलने का मौसम है
दूरियां मिटाने का मौसम है
होली का त्यौहार ही ऐसा है
रंगो में डूब जाने का मौसम है
हैप्पी होली
*****

--पंकज गोयल
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                       (साभार एवं सौजन्य-संदर्भ-अजबगजब.कॉम)
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-----संकलन
-----श्री.अतुल एस.परब(अतुल कवीराजे)
-----दिनांक-18.03.2022-शुक्रवार.