II होली II-लोकप्रिय होली गीत क्रमांक-13

Started by Atul Kaviraje, March 18, 2022, 02:52:35 PM

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Atul Kaviraje

                                            II होली II
                                लोकप्रिय होली गीत क्रमांक-13
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मित्रो,

      कल दिनांक-१७.०३.२०२२, गुरुवार था.  "होली एक ऐसा रंगबिरंगा त्योहार है, जिस हर धर्म के लोग पूरे उत्साह और मस्ती के साथ मनाते हैं। प्यार भरे रंगों से सजा यह पर्व हर धर्म, संप्रदाय, जाति के बंधन खोलकर भाई-चारे का संदेश देता है। ". हिंदी कविताके मेरे सभी भाई-बहन, कवी-कवयित्रीयोको होली के इस पावन पर्व की अनेक हार्दिक शुभकामनाये. आईए पढते है, कविताये,रचनाये,शायरी, राधा-कृष्ण शायरी, चित्रपट होली-गीत एवं अन्य.

                       अंग से अंग लगाना -लिरिक्स हिंदी में

अरे जो जी में आये
अरे जो जी में आये तुम आज कर लो
चाहे जिसे इन बाहो में भर लो..

अंग से अंग लगाना, सजन हमें ऐसे रंग लगाना
अंग से अंग लगाना, सजन हमें ऐसे रंग लगाना..

गालों से ये गाल लगा के, नैनों से ये नैन मिला के
होली आज मनाना, सजन हमें ऐसे रंग लगाना..

अंग से अंग लगाना, सजन हमें ऐसे रंग लगाना
अंग से अंग लगाना, सजन हमें ऐसे रंग लगाना..

ऊपर-ऊपर रंग लगइयोना करियो कुछ नीचे
मुँह से कुछ ना बोल, खड़ी रह चुप से अखियाँ मीचे

हो बच के पड़ोसन जाने ना पाए..
जाए तो वापस आने ना पाए
ज़ुल्मी ने ऐसे बाज़ू मरोड़ा
कजरा, ना गजरा, कुछ भी ना छोड़ा..

रपट लिखा दो
रपट लिखा दो थाने में, हम भर देंगे जुर्माना..

अंग से अंग लगाना, सजन हमें ऐसे रंग लगाना
अंग से अंग लगाना, सजन हमें ऐसे रंग लगाना..

रंग बरसे, भीगे चूनर वाली, रंग बरसे
हो, रंग बरसे, भीगे चूनर वाली, रंग बरसे
हो, रंग बरसे, भीगे चूनर वाली, रंग बरसे..

अंग से अंग लगाना, सजन हमें ऐसे रंग लगाना
अंग से अंग लगाना, सजन हमें ऐसे रंग लगाना

भीगे-भीगे तेरे बदन से जैसे शोले लपक रहे हैं
अपना रस्ता देख मुसाफ़िर, तेरे नैना भटक रहे हैं..

मैं भूला रस्ता, रस्ते पे आजा
मैं थाम लूँ बैयाँ, मत छेड़ो सैयाँ
तुम दिल मत तोड़ो, तुम आँचल छोड़ो
तुम काहे रूठी हाँ?, मेरी चूड़ी टूटी
दिल मेरा टूटा, चल हट जा, झूठा
तू नाच, मैं गाऊँ, तू बैठ मैं जाऊँ
मुश्किल है जाना, तू है दीवाना
मुझे अंग लगा ले, बस रंग लगा ले
नीला कि पीला?, नीला ना पीला
क्या लाल, गुलाबी?, तू बोल "ओ भाभी"

चुटकी भर सिंदूर मँगाकर इसकी माँग सजाना
अंग से अंग लगाना, सजन हमें ऐसे रंग लगाना
अंग से अंग लगाना, सजन हमें ऐसे रंग लगाना
अंग से अंग लगाना, सजन हमें ऐसे रंग लगाना...


--AUTHOR UNKNOWN
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                   (साभार एवं सौजन्य-संदर्भ-लैरिक इन हिंदी.कॉम)
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-----संकलन
-----श्री.अतुल एस.परब(अतुल कवीराजे)
-----दिनांक-18.03.2022-शुक्रवार.