II रंग-पंचमी II-कविता

Started by Atul Kaviraje, March 18, 2022, 09:17:12 PM

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Atul Kaviraje

                                          II रंग-पंचमी II
                                               कविता
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मित्रो,

     आज दिनांक-१८.०३.२०२२, शुक्रवार, रंगपंचमीका रंगीत दिन है. "हर साल धुलेंडी यानी रंगों वाली होली से एक दिन पहले होलिका दहन मनाया जाता है। फिर होली वाले दिन रंग-गुलाल के साथ होली खेली जाती है। इस साल यानी साल 2022 में 17 मार्च को होलिका दहन होगा और इसके बाद 18 मार्च को होली मनाई जाएगी। होली के पांचवें दिन यानी चैत्र कृष्ण पंचमी को रंगपंचमी का त्योहार मनाया जाता है।" मराठी कविताके मेरे सभी हिंदी भाई-बहन, कवी-कवयित्रीयोको इस रंगीन पर्व कि हार्दिक शुभकामनाये. आईए, पढते है इस दिवस पर कविता एवं राधा कृष्ण होली शायरी--


                                      सावण फागण
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अकास
खेल रियो है -
फाग धरती साथै,
बरसा रियो है
रस-रंग री बौछाड़,
उडारियो है
रंग-रंगीली गुलार'र
इण रंगपंचमी रै
कामणगारै
मौसम में
सरम डूबी
धरती
माथो झुकाया
भीजती जायरी है
रंगीजती जायरी है
रसीजती जायरी है
पसीजती जायरी है

--लक्ष्मीनारायण रंगा
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                        (साभार एवं सौजन्य-संदर्भ-कविताकोश.ऑर्ग)
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-----संकलन
-----श्री.अतुल एस.परब(अतुल कवीराजे)
-----दिनांक-18.03.2022-शुक्रवार.