II छत्रपति शिवाजी महाराज जयंती II-लेख क्रमांक-1

Started by Atul Kaviraje, March 20, 2022, 06:26:16 PM

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Atul Kaviraje

                             II छत्रपति शिवाजी महाराज जयंती II
                                          लेख क्रमांक-1
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मित्रो,

     कल दिनांक-२१.०३.२०२२-सोमवार, छत्रपती श्री शिवाजी महाराज की तिथीनुसार जयंती है. इस साल फाल्गुन वद्य तृतीया, 21 मार्च 2022 इस दिन है. महाराष्ट्रमे कई सण या उत्सव तिथीनुसार मनाने की परंपरा है. इस के अनुसार शिवजयंती भी इस तिथी पर बडे उत्साह से मनाई जाती है. कई शिवभक्त २१ मार्च को भी शिवजयंती बडे दिल से मनIते है. मराठी कविताके मेरे सभी हिंदी भाई-बहन कवी-कवयित्रीयोको इस सु-अवसर पर मेरी अनेक हार्दिक शुभेच्छाये .आईए इस सुनहरे दिवस पर पढते है--लेख, निबंध,भाषण,शुभेच्छाये,स्टेटस,कोट्स,शायरी,सु-विचार एवं अन्य महत्त्वपूर्ण जानकारी.

     Chhatrapati Shivaji Jayanti 2022: 19 फरवरी का इतिहास, निडर शासक की कहानी

     Chhatrapati Shivaji Jayanti 2022: मराठा साम्राज्य के संस्थापक महान योद्धा राजा छत्रपति शिवाजी महाराज की आज 392वीं जयंती है. शिवाजी की जयंती को बड़े पैमाने पर महाराष्ट्र में शिव जयंती के रूप में मनाया जाता है. हर साल, महाराष्ट्र में एक सार्वजनिक अवकाश का दिन, राज्य भर में विशाल बाइक रैली के साथ भव्य तरीके से मनाया जाता है.

     भारत में मुगल शासन के दौरान मराठा साम्राज्य को पुनर्जीवित करने में छत्रपति शिवाजी महाराज के प्रयासों और योगदान को आज सभी याद कर रहे हैं.

     छत्रपति शिवाजी महाराज की महानता के किस्से जिनमें मुगल बादशाह औरंगजेब के साथ उनका झगड़ा, बीजापुर सल्तनत के जनरल अफजल खान की वाघ नख (बाघ के पंजे) से हत्या और फलों की टोकरी में जेल से उनके भागने की कहानियां बार-बार सुनाई जाती हैं.

     मराठा साम्राज्य के संस्थापक महान योद्धा राजा छत्रपति शिवाजी महाराज की आज 392वीं जयंती है. शिवाजी की जयंती को बड़े पैमाने पर महाराष्ट्र में शिव जयंती के रूप में मनाया जाता है. हर साल, महाराष्ट्र में एक सार्वजनिक अवकाश का दिन, राज्य भर में विशाल बाइक रैली के साथ भव्य तरीके से मनाया जाता है.

                   छत्रपति शिवाजी क्यों प्रसिद्ध हैं?---

     शिवाजी महाराज का नाम शिवई के नाम पर रखा गया था. मराठा राज्य के संस्थापक शिवाजी महाराज को उनके प्रशासन, साहस और युद्ध कौशल के लिए जाना जाता है. वह अपनी मराठा सेना के माध्यम से गुरिल्ला लड़ने की तकनीक पेश करने वाले पहले व्यक्ति थे.

     अपने बढ़ते वर्षों के दौरान मराठा राज्य में गिरावट के साथ, उन्होंने मुगल शासन और दक्कन सल्तनत को सफलतापूर्वक एक समृद्ध मराठा साम्राज्य खोजने के लिए चुनौती दी. औरंगजेब के साथ उनकी लड़ाई जगजाहिर थी. औरंगजेब कभी भी साहसी नायक को अपने अधीन नहीं कर पाएं.

                    त्योहार का इतिहास और महत्व---

     महात्मा ज्योतिराव फुले ने 1870 में शिवाजी जयंती की स्थापना की. शिवाजी महाराज के मकबरे की खोज महात्मा ज्योतिराव फुले ने पुणे से लगभग 100 किलोमीटर दूर रायगढ़ में की थी.

     पहला शिवाजी जयंती समारोह पुणे में आयोजित किया गया था. बाद में प्रसिद्ध स्वतंत्रता सेनानी बाल गंगाधर तिलक ने इसे बढ़ावा देकर और शिवाजी महाराज की उपलब्धियों को आम जनता के सामने उजागर करके त्योहार को और अधिक लोकप्रिय बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई.

                         समारोह---

     महाराष्ट्र में, शिवाजी जयंती एक राज्यव्यापी अवकाश है जिसे बहुत धूमधाम के साथ मनाया जाता है. इस दिन मराठों का समृद्ध और विविध सांस्कृतिक इतिहास भी मनाया जाता है. महान नेता के योगदान के महत्व को बड़ी संख्या में लोगों द्वारा नृत्य और नाटकों के रूप में याद किया जाता है.


Written by - झी  मीडिया ब्युरो
Edited by- झी  मीडिया ब्युरो
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                     (साभार एवं सौजन्य-संदर्भ-झी न्युझ.इंडिया.कॉम)
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-----संकलन
-----श्री.अतुल एस.परब(अतुल कवीराजे)
-----दिनांक-20.03.2022-रविवार.