II जय श्रीकृष्ण II-श्री कृष्ण भजन-"तोरा मन दर्पण कहलाए"

Started by Atul Kaviraje, March 30, 2022, 03:14:29 PM

Previous topic - Next topic

Atul Kaviraje

                                       II जय श्रीकृष्ण II
                                      -----------------

मित्र/मैत्रिणींनो,

     आज बुधवार. आज ऐकुया श्री कृष्ण हिंदी भजन. या भजनIचे  बोल आहेत- "तोरा मन दर्पण कहलाए"

     कृष्ण भगवान का यह अद्बुध भजन "​तोरा मन दर्पण कहलाए हिंदी लिरिक्स | Tora Mann Darpan Kehlaye Lyrics" पIमेला जैन जी का गाया हुआ है। इस भजन में बताया गया है की भक्तो को श्याम की सभी बाते कितनी प्यारी लगती है।


                                       श्री कृष्ण भजन
                                 "तोरा मन दर्पण कहलाए"
                                ------------------------


तोरा मन दर्पण कहलाए,
भले, बुरे, सारे कर्मों को, देखे और दिखाए।।

मन ही देवता, मन ही ईश्वर,
मन से बड़ा ना कोई, मन उजियारा,
जब जब फैले, जग उजियारा होए,
इस उजले दर्पन पर प्राणी, धूल ना ज़मने पाए,
​तोरा मन दर्पण कहलाये,
भले, बुरे, सारे कर्मों को, देखे और दिखाए।।

सुख की कलियाँ, दुःख के काँटे,
मन सब का आधार, मन से कोई बात छूपे ना,
मन के नैन हजार, जग से चाहे भाग ले कोई,
मन से भाग ना पाए, ​तोरा मन दर्पण कहलाये,
भले, बुरे, सारे कर्मों को, देखे और दिखाए।।

तन की दौलत ढ़लती छाया, मन का धन अनमोल,
तन के कारन मन के, धन को मत माटी में रोल,
मन की कदर भूलानेवाला, हीरा जनम गंवाए,
​तोरा मन दर्पण कहलाये,
भले, बुरे, सारे कर्मों को, देखे और दिखाए।।

​तोरा मन दर्पण कहलाए,
भले, बुरे, सारे कर्मों को, देखे और दिखाए।।

--पIमेला जैन
-------------

                                (संदर्भ-कृष्ण भगवान भजन)
                     (साभार आणि सौजन्य-ऑल भजन लैरिकस.कॉम)
                    --------------------------------------------


-----संकलन
-----श्री.अतुल एस.परब(अतुल कवीराजे)
-----दिनांक-30.03.2022-बुधवार.