II श्री शनी देवाय नमः II-शनिदेव आरती-"जय जय श्रीं शनिदेव"

Started by Atul Kaviraje, April 02, 2022, 07:37:02 PM

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Atul Kaviraje

                                     II श्री शनी देवाय नमः II
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मित्र/मैत्रिणींनो,

     आज शनिवार. श्री शनी देवाचा वार. आज ऐकुया, शनिदेव आरती. या आरतीचे बोल आहेत - "जय जय श्रीं शनिदेव"

     इस Article में Shani Dev Aarti Lyrics, शनिदेव आरती लिरिक्स : जय जय श्री शनिदेव और इसका हिंदी सरगम नोट्स भी दिया जा रहा है और उम्मीद है कि यह Shani Dev Aarti Lyrics, शनिदेव आरती लिरिक्स : जय जय श्री शनिदेव आपके लिए यह Article Helpful है |


                                       शनिदेव आरती
                                   "जय जय श्रीं शनिदेव"
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जय जय श्री शनिदेव, भक्तन हितकारी,
सूरज के पुत्र प्रभु, छाया महतारी,
जय जय श्रीं शनिदेव ||

श्याम अंग वक्र दृष्टि, चतुर्भुजा धारी,
नीलाम्बर धार नाथ, गज की असवारी,
जय जय श्रीं शनिदेव ||

क्रीट मुकुट शीश रजित, दिपत है लिलारी,
मुक्तन की माल गले, शोभित बलिहारी,
जय जय श्रीं शनिदेव ||

मोदक मिष्ठान पान, चढ़त है सुपारी,
लोहा तिल तेल उड़द, महिषी अति प्यारी,
जय जय श्रीं शनिदेव ||

देव दनुज ऋषि मुनि, सुमिरत नर नारी,
विश्वनाथ धरत ध्यान, शरण है तुम्हारी,
जय जय श्रीं शनिदेव ||

जय जय श्री शनिदेव, भक्तन हितकारी,
सूरज के पुत्र प्रभु, छाया महतारी,
जय जय श्रीं शनिदेव ||


                   (साभार एवं सौजन्य-संदर्भ-सुरसरिता टेक्नो.कॉम)
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-----संकलन
-----श्री.अतुल एस.परब(अतुल कवीराजे)
-----दिनांक-02.04.2022-शनिवार.