IIओम सूर्याय नमःII-श्री सूर्यदेव महिमा गीत-जय जय सूर्य भगवान्

Started by Atul Kaviraje, April 17, 2022, 03:45:49 PM

Previous topic - Next topic

Atul Kaviraje

                                       IIओम सूर्याय नमःII
                                      -------------------
                                       
मित्र/मैत्रिणींनो,

     आज रविवार. तेजोमय भास्कराचा वार. आज ऐकुया, सूर्यदेव महिमा गीत .


                                     श्री सूर्यदेव महिमा गीत
                                     "जय जय सूर्य भगवान्"
                                    ---------------------
                                                       
                                     
बालक को ये बुद्धि का, ऐसा देते वरदान,
शिक्षा प्राप्त करके वो, बन जाता विद्धवान
इनके तेज से बालक में, बुद्धि का विकास,
पढ़ लिख कर माँ बाप की, पुरण करता आस,
सूर्य देव की महिमा से, पथ पर बढ़ता जाए,

शिक्षा में उसको कभी, बाधा नहीं सताए,
बालक जब युवा बनें, अच्छी सोच को पाय,
वर सूरज भगवान् का, उन्नति पथ है दिखाय,
जय जय सूर्य भगवान्,
जय जय सूर्य भगवान,

तरुणी को प्रभु सुंदरता, तेज़ करे प्रदान,
शुभ विचार मन में भरे, ऐसा देते हैं ज्ञान,
तेज़ बुद्धि का दीप भी, जब रौशन हो जाए,
समझदारी से काम कर, बिगड़े काम बनाय,
सूर्य देव की कृपा से, बिगड़े सब बात,
जीवन साथी मिले यहाँ, जीवन भर दे साथ,
वृद्धों की निर्बलता को हर लेते भगवान,
निर्धन को पल में प्रभु, बना देते धनवान,
जय जय सूर्य भगवान्,
जय जय सूर्य भगवान,

व्यापरी को लाभ का, देते प्रभु वरदान,
निर्धन को लेकर शरण, कर देते धनवान,
सेवा में रत सेवक की, पल में तरक्की होय,
विमुख जो इनसे हो जाता, जीवन भर वो रोय,
बांझों को संतान का, तुमसे है वर मिलता,
जिससे सूने घर उनके, कुल का पुष्प खिलता,
सूर्य देव की कृपा से, रोज़गार मिल जाए,
कंगाली में भी हे प्रभु, समृद्धि आ जाए,
जय जय सूर्य भगवान्,
जय जय सूर्य भगवान,

वैभवता को सूर्य देव, तुम पूर्ण करते हो,
तुम सब कलह लड़ाई को, दूर करते हो,
सत्य मार्ग पर झूठों को, तुम्हीं चलाते हो,
अपने वचनों को प्रभु, ख़ूब निभाते हो,
जो भटके हैं राह से तुम, राह दिखाते हो,
भूलने वाले को जीवन का हेत बताते हो,
बेईमानों को सबक ऐसा सिखाते हो,
सच्चाई की राह पर, उसे चलाते हो,
जय जय सूर्य भगवान्,
जय जय सूर्य भगवान,

इनकी पूजा में कभी करो ना कोई विलम्ब,
मन से त्याग दो अभिमान, दिल से त्यागों दम्भ,
सूर्य देव का तेज़ जो, किसी को मिल जाए,
काली रात दुखों की कभी, उसको ना सताए,
वंदन श्रद्धा भाव से फल दायक हो जाए,
सूर्य भक्त के पास में, विपदा कभी ना आए,
सूर्य की पूजा से सदा, शुभ मिलता वरदान,
उसके बिगड़े काज बनें, जो करता आह्वान,
जय जय सूर्य भगवान्,
जय जय सूर्य भगवान


--पामेला जैन
------------

               (साभार आणि सौजन्य-संदर्भ-लैरिकस पंडितस.ब्लॉगस्पॉट.कॉम)
              -------------------------------------------------------


-----संकलन
-----श्री.अतुल एस.परब(अतुल कवीराजे)
-----दिनांक-17.04.2022-रविवार.