बेस्ट चारोळ्या-तेजस्वी महिलांनी भरलीय बस खचाखच,तेजस्विनी बस धावतेय खुशीतच

Started by Atul Kaviraje, May 25, 2022, 01:09:08 AM

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Atul Kaviraje

              विषय :महिलांसाठी  बेस्ट -ची  तेजस्विनी  बस  योजना
                    वास्तव  बेस्ट  अभिनव  उपक्रम  चारोळ्या
    "तेजस्वी महिलांनी भरलीय बस खचाखच,तेजस्विनी बस धावतेय खुशीतच"
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(1)
"तेजस्वी"  बस , "तेजोमय"  "तेजाळतेय" , "तेजाने"  राहून -राहून
"तेजधारी"  महिला  बसल्यात  बसमध्ये  आपली  "तेज" -प्रभा  फाकून
अभिमानाने  धावतेय  "तेजस्विनी" , "तेज" -प्रकाश  पाडीत  रस्त्यावरून ,
बेस्ट -ची  "तेजाळलेली"  अभिनव  योजना ,"तेजस्विनी"  गेलीय  "तेजात"  न्हाऊन .

(2)
थांबा  पुरुषांनो , पाठच्या  बसमधून  या , कंडक्टरीण  ओरडली
फक्त  स्त्रियांनीच  बसावे  या  "तेजस्विनीमध्ये" , सांगू  लागली
अन  स्त्रियांच्या  मेक -अपने ,नटण्या -मुरडण्यात  "तेजस्विनी"  रंगू  लागली ,
त्यांच्या  हसण्या -खिदळण्यात , गप्पा -टप्पांत  ती  मार्ग  आक्रमू  लागली .

(3)
आम्हाला  स्वतंत्र  हक्क  मिळावा ,आमचाही  आहे  अधिकार
पुरुषांची  चालू  देणार  नाही , यापुढे  मुजोरी  कधीही
जाज्वल्य , लढवय्या  प्रवासी  रण -रागिणी  उतरल्या  बेस्ट -च्या  मैदानात ,
तुंबळ  युद्ध  सुरु  होण्यापूर्वीच  बेस्ट -ने  बांधायला  घेतलीय "तेजस्विनी"  कारखान्यात .

(4)
आज  लाल -परिशीही  स्पर्धा  करू  लागलीय  ही  सुवर्ण -सुंदरी
पिवळ्या  रंगात  रंगलीय  स्त्रियांची  "तेजस्विनी"  खरी -खुरी
पुरुषांची  चालू  देणार  नाही  आता  कोणतीही  मक्तेदारी ,
पाहून  त्यांचे  दुर्गारूप , नमते  घेत  झालीय  बिचारी  लाल -परी .

(5)
स्त्रियांचे  हक्क  मिळून  आज  दशक  उलटलंय , शतकाची  वाटचाल  होतेय
पण  "तेजस्विनीचा"  तोच  रंग , तोच  ढंग  आजही  कायम  आहे
प्रवाशीणी  बदलल्यात  आज , आजीची  तरुण  नातं  प्रवास  करतेय ,
"तेजस्विनी"  स्त्रियांना  प्रामाणिकपणे  आजही  अथक  सेवा  देतेय .


-----श्री.अतुल एस.परब(अतुल कवीराजे)
-----दिनांक-25.05.2022-बुधवार.